हालांकि, इससे पहले अमेरिकी एजेंसी FBI साजिद को मोस्ट वांटेड आतंकवादी घोषित कर चुकी है। जिसकी गिरफ्तारी पर 50 लाख अमेरिकी डॉलर का इनाम भी रखा गया है। वहीं साजिद को लेकर पाकिस्तान सरकार हमेशा से ही यह झूठी अफवाह फैलाई कि, उसका इस आतंकी से कोई लेना-देना नहीं है। साथ ही पाकिस्तान ने उसकी मौत का दावा भी किया था। लेकिन मामला तब चौका देने वाला था जब साजिद के गिरफ्तार होने की खबर मिली। जिसके बाद सभी एजेंसियां एक बार फिर अलर्ट हो गई और पाकिस्तान सरकार का दावा भी गलत साबित हो गया।
यह भी पढ़ें – Relationship tips : इन 9 बातों से जानिये आपका बॉयफ्रेंड आपसे सच्चा प्यार करता है या नहीं
दरअसल, साल 2008 के 26 नवंबर को भारत के कोने-कोने को दहला देने वाली घटना घटी थी। जिससे पूरे देश में दहशत का माहौल उत्पन्न हो गया था। जी हां, हम बात कर रहे हैं, 26/11 मुंबई हमले की। इस दिन आतंकियों ने मुंबई शहर के अलग-अलग जगहों को बम से उड़ाया था। बता दें कि आतंकवादियों ने शहर के 2 फाइव स्टार होटल, रेलवे स्टेशन, हॉस्पिटल समेत चर्च में बम विस्फोट किया था। जिसमें ओबेरॉय होटल, ताज होटल, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, लियोपोल्ड कैफे, कामा अस्पताल और नरीमन हाउस को अपना निशाना बनाया था। जहां सबसे ज्यादा आबादी एकसाथ एकत्रित होती है। इस साजिश की भनक किसी को नहीं लग पाई थी।
यह भी पढ़ें – कूनो नेशनल पार्क में दिखा PM Modi का खास अंदाज
आतंकवादी समुद्री रास्ते से होते हुए अपनी-अपनी मंजिल तक पहुंचे और एक तय समय में बम को ब्लास्ट किया। जिसमें 160 से अधिक लोगों की जान गई थी। जिनका नामों निशान तक मिट गया। इतना ही नहीं इस हमले में कई पुलिस वालों की जान गई थी। जिनमें देश ही बल्कि विदेशों से आए पर्यटकों की जान भी चली गई थी। जिसका मुख्य आरोपी साजिद मीर था। जोकि कई बड़े आतंकी हमले का साजिशकर्ता है।
यह भी पढ़ें – Indore : नाले में बहे दो भाई, मशक्कत के बाद भी नहीं ढूंढ पाई टीम