लखनऊ।
कांग्रेस की ओर से भाजपा नेता के बेटे और नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलाधिपति अरविंद सिंह को गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारने पर सियासी घमासान मच गया है। यहां से टिकट की मांग कर रहे रघुराज सिंह ने यूपी के कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिव राना गोस्वामी पर टिकट बेचे जाने का आरोप लगाया है। स्पष्ट रूप से नहीं लेकिन उन्होंने टिकट बंटवारे में धनबल के प्रयोग की ओर इशारा किया है। कांग्रेस नेता रघराज सिंह ने फेसबुक पर इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के साथ फोटो पोस्ट करते हुए साफ शब्दों में यह बात कह दी कि टिकट बेचा गया है।उन्होंने इसे सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी को बदनाम करने का षड़यंत्र बताया है।इस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस में बवाल मच गया है।
सु्त्रों की माने तो गौतमबुद्ध नगर लोकसभा चुनाव में भाग्य आजमाने की तैयारी में अरविंद सिंह तीन महीने से जुटे हुए हैं। उन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया के नजदीकियों की मदद टिकट हासिल करने में सफलता पाई। फेसबुक वॉल के जरिये टिकट बेचे जाने का आरोप लगाते हुए रघुराज ने कहा कि ‘गौतमबुद्ध नगर लोकसभा में कांग्रेस का टिकट सिंधिया व राणा गोस्वामी ने बेच दिया। सोनिया गांधी व राहुल गांधी को बदनाम करने की एक साजिश रची गई है। इन उम्मीदवार को किसने रिकमेंड किया, इनका बायोडाटा क्या है, इनकी कांग्रेस में क्या पृष्ठभूमि है। इनके पिता बसपा में मंत्री रहे हैं। अब भाजपा में हैं। फिर भी इनको टिकट देना धनबल का करिश्मा नहीं तो और क्या है?’ इसकी जांच की जाए। इसके बाद रघुराज ने एक अन्य पोस्ट से प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर पर भी आरोप लगाए हैं। रघुराज ने अपनी इस पोस्ट में आगे लिखा है कि जिन्हें टिकट दिया गया है उनके पिता पहले बसपा में मंत्री रहे फिर भाजपा में शामिल हो गए। ऐसे व्यक्ति को टिकट देने के पीछे धनबल का ही करिश्मा है। कांग्रेस नेतृत्व के धन पशुओं इसी तरह पार्टी कार्यकर्ताओं को मारते रहेगें तो पार्टी अस्तित्व के लिए संघर्ष करती रहेगी।
रघुराज सिंह ने कहा कि अपने विरोध के बारे में उन्होंने प्रियंका गांधी को जानकारी दे दी है। किसी कांग्रेसी को टिकट मिली होती तो दुख न होता। उन्होंने अपनी बात मीडिया तक पहुंचाने के लिए प्रेस वार्ता भी करने की बात कही हैं। बता दे कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश पर विशेष निगाह बनाए है। इसीलिए राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रभार सौंपा था।ज्योतिरादित्य सिंधिया ने करो या मरो अंदाज में चुनाव लडऩे व गुटबाजी को खत्म करने की नसीहत संगठन के लोगों को दी थी। लेकिन टिकट बंटवारे के साथ ही विरोध के स्वर सुनाई देने लगे हैं जो कांग्रेस के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं।