Hathras Stampede : देश की प्रमुख दलित नेता और बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष मायावती ने हाल ही में हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और अपने समर्थकों से अंधविश्वास और पाखंड से दूर रहने की सलाह दी है। दरअसल मायावती ने यह भी जोर दिया कि बाबा भोले सहित अन्य दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
1. देश में गरीबाों, दलितों व पीड़ितों आदि को अपनी गरीबी व अन्य सभी दुःखों को दूर करने के लिए हाथरस के भोले बाबा जैसे अनेकों और बाबाओं के अन्धविश्वास व पाखण्डवाद के बहकावे में आकर अपने दुःख व पीड़ा को और नहीं बढ़ाना चाहिए, यही सलाह। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) July 6, 2024
अंधविश्वास और पाखंड से बचें
वहीं मायावती ने देश के गरीबों, दलितों और पीड़ितों को सलाह दी है कि वे अपने दुःख और पीड़ा को दूर करने के लिए हाथरस के भोले बाबा जैसे अनेकों बाबाओं के अंधविश्वास और पाखंड में न पड़ें। उन्होंने कहा कि, “गरीबों, दलितों और पीड़ितों को अपने दुखों को और बढ़ाने के बजाय, सही रास्ते पर चलकर अपनी तकदीर खुद बदलनी होगी।”
2. बल्कि बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के बताए हुए रास्तों पर चलकर इन्हें सत्ता खुद अपने हाथों में लेकर अपनी तकदीर खुद बदलनी होगी अर्थात् इन्हें अपनी पार्टी बीएसपी से ही जुड़ना होगा, तभी ये लोग हाथरस जैसे काण्डों से बच सकते हैं जिसमें 121 लोगों की हुई मृत्यु अति-चिन्ताजनक। 2/3
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बाबा साहेब के रास्ते पर चलें
इसके साथ ही मायावती ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के दिखाए रास्तों पर चलने की अपील की। दरअसल उन्होंने कहा कि, “बाबा साहेब के बताए हुए रास्तों पर चलकर ही ये लोग सत्ता को अपने हाथों में लेकर अपनी तकदीर खुद बदल सकते हैं।” बता दें की इस दौरान मायावती ने अपनी पार्टी BSP से जुड़ने का भी आह्वान किया ताकि ऐसे हादसों से बचा जा सके।
3. हाथरस काण्ड में, बाबा भोले सहित अन्य जो भी दोषी हैं, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे अन्य और बाबाओं के विरुद्ध भी कार्रवाई होनी जरूरी। इस मामले में सरकार को अपने राजनैतिक स्वार्थ में ढ़ीला नहीं पड़ना चाहिए ताकि आगे लोगों को अपनी जान ना गवांनी पडे़। 3/3
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दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
दरअसल मायावती ने हाथरस कांड में दोषी पाए गए बाबा भोले और अन्य के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि, “सरकार को अपने राजनैतिक स्वार्थ में ढ़ीला नहीं पड़ना चाहिए ताकि आगे लोगों को अपनी जान ना गवांनी पड़े।”
क्या है पूरा मामला
बता दें कि हाथरस में बीते मंगलवार को हुए भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई थी। यह हादसा बाबा सूरजपाल के प्रवचन कार्यक्रम के दौरान हुआ। पुलिस ने प्रवचनकर्ता बाबा सूरजपाल के सेवादारों और सत्संग के आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। अब तक 6 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं, लेकिन मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर फरार था, जिसे शुक्रवार शाम को गिरफ्तार किया गया है।
हाथरस में हुए इस हादसे में सैकड़ों लोग इकट्ठा हुए थे। कार्यक्रम के दौरान भगदड़ मच गई, जिससे 121 लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए। घटना के तुरंत बाद, पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कार्रवाई शुरू की।
पुलिस प्रवचनकर्ता बाबा सूरजपाल के सेवादारों और सत्संग के आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर रही है और जांच-पड़ताल कर रही है। प्रशासन ने इस हादसे के पीछे की वजहों की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि कार्यक्रम में भीड़ नियंत्रण के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे, जिससे यह भगदड़ मची।
मायावती की अपील
वहीं मायावती ने अपनी पार्टी के समर्थकों और देश के सभी नागरिकों से अपील की है कि वे अंधविश्वास और पाखंड से दूर रहें और बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के रास्ते पर चलें। उन्होंने कहा कि सही मार्ग पर चलकर ही वे अपनी तकदीर बदल सकते हैं और अपने दुखों को दूर कर सकते हैं। मायावती ने सरकार से भी अपील की कि वे दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और ऐसे बाबाओं के खिलाफ भी कदम उठाएं जो लोगों को अंधविश्वास और पाखंड में उलझाकर उनका शोषण करते हैं।