Odisha Travel: ओडिशा भारत का एक बहुत ही सुंदर राज्य है जो अपनी खूबसूरती से हमेशा ही लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना रहता है। इस समय यह जगह काफी ज्यादा चर्चा में बनी हुई है क्योंकि जुलाई की 7 तारीख को जगन्नाथ रथ यात्रा निकलेगी जिसमें शामिल होने के लिए देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर से पर्यटक यहां पर पहुंचेंगे।
जगन्नाथ रथ यात्रा जब-जब निकली है उसे दिन विश्व के हर कोने से कृष्ण भक्त को यहां पहुंचते हुए देखा जाता है। रथ यात्रा में शामिल होने के साथ-साथ कुछ लोग यहां पर मानसून का लुक उठाने के लिए भी पहुंचते हैं। जुलाई का महीना बंगाल से लेकर ओडिशा के समुद्र तटों पर रिमझिम बारिश का दौर लेकर आता है। अगर आप भी मानसून का आनंद लेना चाहते हैं तो हम आपके यहां के कुछ स्थानों के बारे में बताते हैं, जहां आपको जरूर जाना चाहिए।
Odisha में घूमें ये जगह
चिल्का झील
यह एक बहुत ही सुंदर जगह है और जब भी ओडिशा की किसी खूबसूरत जगह पर घूमने का नाम सामने आता है तो लोग इसी का नाम लेते हैं। चिल्का झील एशिया की सबसे बड़ी और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी खारे पानी की झील है। यह प्रवासी पक्षियों का घर है। मानसून के दौरान यहां कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, साइबेरिया, ईरान, फ्रांस, अफगानिस्तान, इराक और रूस से कई सारे पक्षी आते हैं।
कोणार्क
घूमने के हिसाब से ये ओडिशा की एक प्रसिद्ध जगह है। पर्यटक स्थलों में इसका नाम हमेशा शामिल होता है। जगन्नाथ मंदिर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर मौजूद कोणार्क विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। यह जगह सिर्फ अपनी खूबसूरती के लिए नहीं बल्कि अपने शानदार सूर्य मंदिर के लिए पहचानी जाती है। यहां के सूर्य मंदिर में दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। यह जगह समुद्र के किनारे मौजूद है इसलिए मानसून में यहां घूमने का अपना ही आनंद है।
दारिंगबाड़ी
दारिंगबाड़ी ओडिशा के कंधमाल जिले का एक बहुत ही खूबसूरत पर्यटक स्थल है। लोग इसे हिल स्टेशन के तौर पर पहचानते हैं।मानसून में यहां आना जन्नत के नजारे देखने के बराबर होता है। यहां पर ऊंचे पहाड़, घने जंगल, झील, झरने आपका मन मोह लेंगे। इस जगह को ओडिशा के कश्मीर के नाम से पहचाना जाता है। मानसून के समय यहां ट्रैकिंग का आनंद लिया जा सकता है।
खंडाधार वाटरफॉल
अगर आपको ओडिशा के किसी चर्चित वॉटरफॉल की खूबसूरती को देखना है तो आपको यहां जरूर जाना चाहिए। यह सुंदरगढ़ जिले के बोनाईगढ़ के नंदापानी में मौजूद है। यहां पर जब 800 फीट की ऊंचाई से पानी गिरता है, तो नजारा देखने लायक होता है। आसपास वाली हरियाली इस दृश्य को और भी शानदार बना देती है। यह भारत का 9वां सबसे ऊंचा वॉटरफॉल है।