जोधपुर।
राजस्थान के जोधपुर जिले मे आज रविवार दोपहर भीषण सडक हादसा हो गया। यहां एक जोधपुर के कापरड़ा के पास ट्रक से इनोवा की भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी जोर की थी कि हादसे में मशहूर डांसर क्वीन हरीश के अलावा 4 अन्य लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है, जबकि 3 अन्य गंभीर रुप से घायल हैं. घायलों को जोधपुर रेफर किया गया।वही मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतकों के शव पीएम के लिए भेज दिया , वहां से उन्हें बिलाड़ा अस्पताल के मोर्चरी रूम में रखवाया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करके इस हादसे पर शोक जताया है।
जानकारी के अनुसार, जोधपुर जिले के कापरड़ा गांव के समीप रविवार सुबह एक सड़क हादसे में जैसलमेर के विख्यात नर्तक हरीश सहित चार जनों की मौत हो गई, जबकि पांच अन्य घायल हो गए। डांसर क्वीन हरीश के नाम से प्रसिद्ध हरीश अपनी टीम के सात जैसलमेर से जयपुर जा रहे थे। कापरड़ा के समीप उनकी कार एक ट्रक से जा भिड़ी। जैसलमेर से जयपुर जा रही एक कार आज सुबह कापरड़ा में सामने से आ रहे एक ट्रक से जा भिड़ी। तेज रफ्तार के साथ चल रहे दोनों वाहनों की आमने-सामने की जोरदार भिड़तं में कार पूरी तरह से बिखर गई। कार में सवार लोग इसके अंदर ही फंसे रह गए। क्षेत्र के लोगों ने उन्हें बाहर निकाला। तब तक चार लोगों की मौत हो गई।
मृतकों में हरीश के अलावा जैसलमेर निवासी लतीफ खान, रवीन्द्र और भीखे खान शामिल हैं। इसके अलावा पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए जोधपुर लाया गया है। घटना की जानकारी मिलने के बाद सीईओ मुमताज अली खान ने मौके पर पहुंच कर घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया है।फिलहाल मृतकों का शव बिलाड़ा अस्पताल के मोर्चरी में रखा गया है। निधन की खबर से समूचे जैसलमेर और पर्यटन को असीम क्षति पहुंची है और पर्यटन से जुड़े लोगों में शोक की लहर है।
लोक नृत्य को विदेशों में दिलाई पहचान
जैसलमेर के रहने वाले विश्व प्रसिद्ध नर्तक हरीश ने दुनियाभर के पर्यटकों के बीच बहुत लोकप्रिय रहे। पुरुष होने के बावजूद महिलाओं जैसा सज संवर के नृत्य करता था। सजने संवरने के बाद हरीश को पहचानना मुश्किल हो जाता था। पर्यटक उसके पुरुष होने पर अचरज करते थे। डांस क्वीन हरीश ने कई बॉलीवुड फिल्मों, इंडियाज गोट टैलेंट समेत कई अन्य टीवी शो, लाइव परफॉमेंस से स्वयं और जैसलमेर का नाम रोशन किया था। देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक राजस्थान की लोक कला संस्कृति को समर्पित हरीश से डांस सीखने जैसलमेर आते रहे हैं। डांसर क्वीन हरीश दो-तीन फिल्मों में भी प्रस्तुति दे चुके थे। लोक नृत्य कला के दम पर हरीश ने बरसों तक दुनियाभर में फैले लाखों प्रशंसकों के दिल पर राज किया। लोकनृत्य के कोरियोग्राफर के रूप में हरीश में अलग पहचान कायम की। अकेले जापान में ही उनके दो हजार से अधिक शिष्य हैं। । हरीश स्वयं साल में एक बार जापान अवश्य जाते। वहां कई शहरों में शिविर लगाकर वे जापानी लोगों को राजस्थानी लोक नृत्य सिखाते। हरीश राजस्थानी नृत्य में चकरी, भवाई, तराजू, तेरह ताली, घूमर, चरी, कालबेलिया पर प्रस्तुति देते थे। इनमें वह विशेष पारंगत भी माने जाते थे। करीब साठ देशों में हरीश अपने नृत्य का जलवा बिखेर चुके थे। इसके लिए उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई सम्मान मिल चुके थे। हरीश की प्रसिद्धी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि देशभर में ही पांच हजार से अधिक लोग उनसे नृत्य सीखने के बाद अब इस कला को आगे फैलाने में सहयोग दे रहे हैं।