New Rules From February 2025: आज जनवरी महीने की आखिरी तारीख है और शनिवार से फरवरीका महीना लगने वाला है। एक तरफ केन्द्र की मोदी सरकार आम बजट 2025-26 पेश करेगी वही दूसरी तरफ हर माह की तरह फरवरी महीने की पहली तारीख को कई नियमों में भी बदलाव होने वाला है।
इन बदलावों में एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम, बैकिंग नियम और कार की कीमतों समेत कई बदलाव शामिल है, जिसका आम आदमी की जेब और जिंदगी पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों असर देखने को मिलेगा। आइए जानते हैं इन बदलावों के बारे में विस्तार से…
February New Rules 2025
रसोई गैस की कीमतों में बदलाव संभव
हर महीने की 1 तारीख को एलपीजी की कीमत (LPG Price) में बदलाव होता है।हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों की समीक्षा की जाती है. सरकारी तेल कंपनियां बाजार के अनुसार घरेलू और कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में बदलाव करती हैं। जनवरी में कमर्शियल सिलेंडर की कीमतें घटी थीं, लेकिन 1 फरवरी को फिर से दाम बढ़ या घट सकते हैं। इससे घरेलू उपभोक्ताओं और व्यवसायों पर सीधा असर पड़ेगा।
UPI में होगा बड़ा बदलाव
यूपीआई ट्रांजैक्शन को लेकर 1 फरवरी से नए नियम लागू होने जा रहे हैं। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन(NPC) ने कुछ UPI ट्रांजेक्शन को ब्लॉक करने का फैसला लिया है। इसके तहत जिन यूपीआई आईडी में विशेष कैरेक्टर (स्पेशल कैरेक्टर्स) होंगे, उनसे ट्रांजैक्शन संभव नहीं होगा। डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल करने वालों को इस बदलाव से सतर्क रहना चाहिए।
मारुति बढ़ाएगी कार के दाम
देश में कार बनाने वाली नामी कंपनियों में शुमार मारुति सुजुकी ने 1 फरवरी से कार के दाम बढ़ाने जा रही है। मारुति ने घोषणा करते हुए बताया कि कार के अलग-अलग मॉडलों की कीमतों में 32,500 रुपये तक की बढ़ोतरी की जाएगी, जिसमें ग्रैंड विटारा, सियाज, बलेनो, अर्टिगा, ब्रेजा, डिजायर, स्विफ्ट, वैगन आर, अल्टो के10 आदि कार शामिल है।
बैंकिंग नियमों में बदलाव
फरवरी से कोटक महिंद्रा बैंक अपने ग्राहकों के लिए बैंकिंग सेवाओं और शुल्क से जुड़े कुछ बदलाव करने वाला है। 1 फरवरी से लागू होने वाले इन बदलावों में फ्री एटीएम ट्रांजैक्शन लिमिट और अन्य बैंकिंग सुविधाओं की फीस में संशोधन शामिल हो सकता है।
एयर टर्बाइन फ्यूल के रेट में परिवर्तन
हर महीने की पहली तारीख को एयर टर्बाइन फ्यूल (ATF) की कीमतों की समीक्षा की जाती है ।संभावना है कि 1 फरवरी को इन कीमतों में बदलाव हो सकता है। ATF की कीमतें बढ़ने से विमान कंपनियों को अपनी लागत में वृद्धि का सामना करना पड़ सकता है। अगर ईंधन की कीमतें बढ़ती हैं, तो हवाई यात्रा महंगी हो सकती है।