G20 summit: भारत में शनिवार से दो दिवसीय G20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत होने जा रही है। भारत की अध्यक्षता में आयोजित किए जा रहे इस सम्मेलन को दिल्ली के भारत मंडपम में रखा गया है। यहां पर तीन सत्र का आयोजन किया जाएगा। दुनिया भर के तमाम नेता इस सम्मेलन का हिस्सा बनने के लिए भारत पहुंचेंगे। इसके लिए पिछले कुछ दिनों से लगातार तैयारी का दौर जारी है
वसुधैव कुटुंबकम् की थीम
सम्मेलन की सबसे खास बात यह है कि इस वसुधैव कुटुंबकम की थीम पर आयोजित किया गया है। यहां पर वन अर्थ वन फैमिली और वन फ्यूचर विषय पर चर्चा की जाने वाली है। 2 और 10 सितंबर को अलग-अलग सत्र का आयोजन किया जाएगा, जिसमें नेताओं के बीच विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी।
ये नेता होंगे शामिल
इस G20 शिखर सम्मेलन का हिस्सा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुएल मेक्रो समेत चीन, जापान, इटली, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा समेत विभिन्न देशों के वरिष्ठ नेता बनने वाले हैं।
G 20 ग्रुप में कौन कौन शामिल
G20 सम्मेलन के इस ग्रुप में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, ब्राज़ील, जापान, फ्रांस, दक्षिण अफ्रीका, सऊदी अरब, तुर्किए, मेक्सिको, कोरिया गणराज्य, रूस, यूरोपीय संघ, अमेरिका, इंडोनेशिया, जर्मनी जैसे देश शामिल है।
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
यह पहली बार है जो भारत में G20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। सम्मेलन के दौरान तमाम देशों के नेता विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करते दिखाई देंगे। इस दौरान भारत का ध्यान डिजिटल नवाचार, जलवायु लचीलापन, समावेशी विकास, वैश्विक स्वास्थ्य समेत कई मुद्दों पर होने वाला है।
राष्ट्रपति द्वारा डिनर
G20 समिट में जितने भी नेता पहुंच रहे हैं, उनके लिए आज भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत मंडपम में डिनर आयोजित किया है। इस रात्रि भोज के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा और कई कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए दिखाई देंगे। इस डिनर के दौरान दो पूर्व प्रधानमंत्री और विपक्ष दल के कुछ मुख्यमंत्री शामिल नहीं होने वाले हैं।
सभी जगह कड़ा पहरा
दिल्ली में दुनिया भर के देश के आगमन को देखते हुए राजघाट की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि यहां सभी विदेशी मेहमान महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचेंगे। सम्मेलन की शुरुआत आज से हो रही है जिसे देखते हुए लगातार मेहमान दिल्ली पहुंच रहे हैं। सभी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जमीन से आसमान तक कड़ा पहरा रखा गया है। 50000 पुलिस जवानों की तैनाती की गई है इसके अलावा सेना भी तैनात है। कमांड सेंटर बनाया गया है जिसकी मदद से पूरे सम्मेलन पर कड़ी नजर रखी जाने वाली है।