Gallantry Awards : देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 5 जुलाई को अद्वितीय वीरता और साहस दिखाने वाले बहादुर जवानों को कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र से नवाजा। राष्ट्रपति भवन में आयोजित रक्षा अलंकरण समारोह (फेज-1) में इन वीर योद्धाओं को सम्मानित किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी उपस्थित थे।
दरअसल राष्ट्रपति ने सात मरणोपरांत कीर्ति चक्र और 26 शौर्य चक्र (सात मरणोपरांत) प्रदान किए। CRPF 210 कोबरा के इंस्पेक्टर दिलीप कुमार, हेड कॉन्स्टेबल राजकुमार यादव, कांस्टेबल बबलू रभा और कांस्टेबल शंभू रॉय को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया। इनके बलिदान और पराक्रम से भरपूर कहानियां आगामी पीढ़ियों को प्रेरित करेंगी।
बता दें कि भारतीय सेना के ग्रेनेडियर 55 बटालियन से राष्ट्रीय राइफल्स के सिपाही पवन कुमार, आर्मी मेडिकल कॉर्प्स 26 बटालियन से पंजाब रेजीमेंट के कैप्टन अंशुमन सिंह, और भारतीय सेना की 9 बटालियन पैराशूट रेजीमेंट से स्पेशल फोर्स के हवलदार अब्दुल माजिद को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया। इन वीर सैनिकों के परिवारजनों ने इस सम्मान को स्वीकार किया, जो उनके अद्वितीय साहस और देश के प्रति समर्पण का प्रतीक है।
शौर्य चक्र से सम्मानित योद्धा:
जानकारी के अनुसार जम्मू कश्मीर पुलिस के सिलेक्शन ग्रेड कांस्टेबल सफीउल्लाह कादरी, आर्मी एविएशन स्क्वाड्रन के मेजर विकास और मेजर मुस्तफा, जिन्हें राष्ट्रीय राइफल्स में थे, और राजपूताना राइफल्स-5 बटालियन के हवलदार विवेक सिंह तोमर को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। साथ ही, 18 असम राइफल्स के राइफलमैन आलोक राव और कैप्टन एमवी प्रांजल को भी इस उच्च सम्मान से नवाजा गया।
कीर्ति चक्र से सम्मानित अन्य वीर:
वहीं इस मौके पर आर्मी के मेजर दिग्विजय सिंह रावत, मेजर दीपेंद्र विक्रम बस्नेत, और नायब सूबेदार पवन कुमार यादव को भी कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया। इन बहादुर योद्धाओं ने अपने अदम्य साहस और वीरता से देश को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
दरअसल इस समारोह ने देश के इन बहादुर सपूतों के अदम्य साहस और कर्तव्य के प्रति समर्पण को सम्मानित किया। ये पुरस्कार उनके अतुलनीय बलिदान और वीरता के प्रतीक हैं, जो देश के प्रत्येक नागरिक के लिए गर्व का विषय हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी महत्वपूर्ण बना दिया।