भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। एक तरफ देशभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे है वही दूसरी तरफ यूपी (UP) में सेक्स रैकेट (Sex Racket) का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन यहां बड़े बड़े सेक्स रैकेट (Sex Racket) के खुलासे हो रहे है। यहां मुरादाबाद के मझोला थानाक्षेत्र में दिल्ली रोड स्थित पार्श्वनाथ प्लाजा में स्पा सेंटर (Spa Center) की आड़ में चल रहे एक बड़े सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ है।
दरअसल, मुरादाबाद पुलिस(Moradabad Police) को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मझोला थानाक्षेत्र में दिल्ली रोड स्थित पार्श्वनाथ प्लाजा के एक स्पा सेंटर की आड़ में सेक्स रैकेट चलाया जा रहा है।इस आधार पर पुलिस ने रविवार-सोमवार रात की दरमियान यहां छापा मारा और 5 युवक-युवतियां समेत 5 को गिरफ्तार किया।
चौंकाने वाली बात तो ये है कि युवतियां ने स्पा संचालक और उसके साथियों पर बंधक बनाकर जबरन सेक्स रैकेट में धकेलने का आरोप लगाया है। गिरफ्तार आरोपियों में रामपुर का एक डॉक्टर (Doctor), आगरा (Agra) का एक व्यापारी और मुरादाबाद के एक पीतल कारोबारी के अलावा सेंटर (Sex Racket) की रिसेप्शनिस्ट शामिल हैं।वही इसमें एक युवती बुलंदशहर और दूसरी हापुड़ की निवासी है।
वह दोनों दिल्ली में ब्यूटी पार्लर में नौकरी करती थीं, लेकिन लॉकडाउन(Lockdown) में नौकरी (Job) छूट जाने के बाद रोजगार (employment) की तलाश में यूपी आ गई वही स्पा सेंटर संचालक सतीश चौहान ने उन्हें धोखे से यहां बुलाया कि वह ब्यूटी पार्लर चलाता है और उसे लड़कियों की जरूरत है।जब दोनों रविवार को स्पा सेंटर में पहुंची थीं तो अंदर का नजारा देख चौंक उठी।पुलिस ने स्पा सेंटर के कैश काउंटर से 11 हजार रुपये और कई आपत्तिजनक सामान भी बरामद किए है।
जब उन्होंने विरोध किया तो जबरन बंधक बना लिया और ऐसा काम करने के लिए मजबूर करने लगा।उन्हें ग्राहकों के साथ केबिन में रहने को मजबूर (Sex Racket) किया गया। दोनों युवतियों को 17-17 हजार रुपये प्रति माह सैलरी पर बुलाया गया था। इसके बाद पुलिस ने पूछताछ के बाद दोनों युवतियां को बिना कार्रवाई के छोड़ दिया। पुलिस संचालक की तलाश में जुटी है।
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Pooja Khodani
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
खबरों के छपने का आधार भी हूँ।।
मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ।
इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।।
दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ।
झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।"
(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)