Employees Retirement Age, Retirement Age Hike : कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर है। उनकी सेवानिवृत्ति आयु में वृद्धि की गई है। सेवानिवृत्ति आयु को 3 वर्ष के लिए बढ़ाया गया है। इसके साथ ही अब कर्मचारी 65 वर्ष की उम्र में रिटायर होंगे। वहीं कर्मचारियों के इस निर्णय पर कर्मचारी संघ द्वारा सरकार के फैसले का स्वागत किया गया। एक बयान में विश्वविद्यालय के प्रमुख और उपग्रह परिसर के संकाय सदस्य ने सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाने पर चांसलर कश्मीर विश्वविद्यालय मनोज सिन्हा के प्रति आभार व्यक्त किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कर्मचारी द्वारा लंबे समय से इसकी मांग की जा रही थी।
सेवानिवृत्ति आयु में 3 वर्ष की वृद्धि
जम्मू कश्मीर सरकार द्वारा रिटायरमेंट आयु में वृद्धि के बाद संकाय सदस्यों का कहना है UT प्रशासन द्वारा सेवानिवृत्ति आयु 3 वर्ष की वृद्धि का ऐतिहासिक निर्णय विश्वविद्यालय के शैक्षणिक प्रगति को बढ़ावा देगा। इसके साथ ही शैक्षणिक हितों को सुरक्षित करने के लिए विश्वविद्यालय में संकाय की कमी को दूर करने में काफी मदद करेगा।इससे पहले पिछले साल कश्मीर विश्वविद्यालय को लेकर मनोज सिन्हा द्वारा महत्वपूर्ण घोषणा की गई थी। जिसमें कहा गया था कि सेवानिवृत्ति आयु को 3 वर्ष के लिए बढ़ाया जाएगा।
इसके साथ ही शैक्षणिक कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु 62 से बढ़ाकर 65 वर्ष की जाएगी। हालांकि इस घोषणा के बाद से ही इस मामले में लगातार विरोध देखने को मिल रहा था। वहीं इसके लिए आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। जारी आदेश के तहत कश्मीर विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों की सेवानिवृत्ति आयु में वृद्धि की गई।
डॉक्टर एसोसिएशन की महत्वपूर्ण मांग
प्रोफेसरों की सेवानिवृत्ति आयु में 3 वर्ष की वृद्धि के बाद आप डॉक्टर एसोसिएशन द्वारा महत्वपूर्ण मांग की गई है। डॉक्टर एसोसिएशन ने जम्मू-कश्मीर सरकार से डॉक्टरों के लिए सेवानिवृत्ति आयु को बढ़ाकर 65 वर्ष करने की मांग की है। इस मामले में अध्यक्ष निसार उल हसन का कहना है कि डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाने से स्वास्थ्य देखभाल की बेहतरी के लिए अनुभवी डॉक्टरों की सेवा के उपयोग से मदद मिलेगी।
इसके साथ ही डॉक्टर हसन ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में कई वरिष्ठ संकाय सदस्य रिटायर हो रहे हैं। जिससे शिक्षण अस्पतालों में एक बड़ा शून्य पैदा हो जाएगा। इससे पहले मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी की कमी है और अन्य वरिष्ठ प्रोफेसर के रिटायर होने से जम्मू कश्मीर में चिकित्सा शिक्षा पूरी तरह से प्रभावित हो सकती है। इसके साथ ही स्नातकोत्तर और पोस्ट डॉक्टरियल सीटों की संख्या भी प्रभावित होगी।डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष का कहना है कि सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाने से पेशेवर डॉक्टरों को बनाए रखने में मदद मिलेगी। इससे स्वास्थ्य सेवा प्रभावित नहीं होगी। साथ ही शिक्षण अस्पतालों में शिक्षण और अनुसंधान को बेहतर बनाने भी इससे मदद मिलेगी।
वर्तमान में जम्मू-कश्मीर में डॉक्टरों के लिए रिटायरमेंट आयु 60 वर्ष है जबकि शिक्षण अस्पतालों में संकाय के लिए यह 62 वर्ष है केंद्र सरकार के डॉक्टरों के लिए रिटायरमेंट आयु 65 वर्ष है। जिसके बाद जम्मू-कश्मीर डॉक्टरों के लिए भी रिटायरमेंट उम्र बढ़ाकर 65 वर्ष की जाने की मांग शुरू हो गई है।