डेस्क रिपोर्ट। लाखों करोड़ों दिलों में अपनी गायकी से अलग जगह बनाने वाले प्रसिद्ध पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की बुधवार को अंतिम अरदास है। उम्मीद जताई जा रही है कि अंतिम यात्रा में उमड़ी भारी भीड़ से भी ज्यादा जनसमूह उनकी अंतिम अरदास में शामिल होगा, इस को देखते हुए उनका भोग और श्रद्धांजलि सभा मानसा में सिरसा रोड पर स्थित अनाज मंडी में रखा गया है। अंतिम अरदास में लाखों लोगों के शामिल होने की तैयारियां की गई है, इस दौरान सिख समाज की स्वयंसेवी संस्थाएँ पगड़ियों के लंगर से लेकर अन्य सेवाओं की जिम्मेदारी निभाएंगी। भोग समागम में जुटने वाली भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। बता दें कि सिद्धू मूसेवाला के नाम से मशहूर पंजाबी सिंगर शुभदीप सिंह सिद्धू की हमलावरों ने 29 मई को जवाहरके गांव में गायक की गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। सिद्धू की अंतिम अरदास में पंजाब के लगभग तमाम बड़े गायक, मंत्री और विदेशों में सिद्धू के गायक दोस्त शामिल होंगे।
यह भी पढ़ें… उत्तर प्रदेश क्राइम : PubG खेलने से रोकने पर नाबालिग बेटे ने मां को मारी गोली, दो दिनों तक रहा शव के साथ
सिद्धू की अंतिम अरदास में उनके पिता भोला सिंह ने युवाओं से पगड़ी पहनकर प्रार्थना सभा में पहुंचने की अपील की है। उनका कहना है कि अपनी विरासत पर गर्व करने वाले गायक के लिए यह सच्ची श्रद्धांजलि होगी। मूसेवाला के सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर्स हैं। 17 जून 1993 को जन्मे शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला मनसा जिले के मूस वाला गांव के रहने वाले थे, मूसेवाला के लाखों में फैन फॉलोइंग हैं और वह अपने गैंगस्टर रैप के लिए फेमस थे, मूसेवाला के पिता भोला सिंह पूर्व सेनाकर्मी तो मां चरन कौर गांव की सरपंच हैं, सिद्धू ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की है जिसके बाद उनके गाने के शौक ने उन्हे कनाडा पहुंचा दिया,

इंजीनियरिंग की परीक्षा पास करने के बाद मूसेवाला कनाडा चले गए और इन्होंने अपने करियर की शुरुआत कनाडा से ही की। इन्होंने अपना पहला गाना “लाइसेंस” लिखा था जिसे निंजा द्वारा स्वीकार किया गया था। लाइसेंस गाने के द्वारा ही मुसेवाला ने अपनी करियर की शुरुआत की और ठीक इसके बाद उन्होंने अपना पहला गाना “जी वैगन” जो कि एक युगल संगीत था, को गाकर एक संगीतकार के रूप में कैरियर की शुरुआत की। 2017 में मूसेवाला ने “सो हाई” गाना गया जिसके कारण उन्हें संगीत की दुनिया में एक पहचान मिली। इस गाने के कारण ही मूसे वाला को ब्रिट एशिया टीवी म्यूजिक अवॉर्ड्स में सर्वश्रेष्ठ गीतकार का पुरस्कार भी मिला था। इन्होंने इस्सा जट्ट, टोचन, सेल्फ मेड, फेमस और वार्निंग शॉट्स जैसे गानों को गाकर अपनी सफलता जारी रखी।
मूसेवाला ने 2018 में भारत में कई लाइव शो करना शुरू कर दिए थे साथ ही उन्होंने कनाडा में भी कई लाइव परफॉर्मेंस की थी। अक्टूबर 2018 में मूसेवाला ने एक एल्बम सॉन्ग PBX 1 लांच किया। मूसेवाला के इस गाने ने भी 2019 में ब्रिट एशिया टीवी म्यूजिक अवॉर्ड्स में सर्वश्रेष्ठ एल्बम का पुरस्कार जीता। इसके बाद इन्होंने कई तरह के अवार्ड जीते साथ ही काफी लोकप्रिय गाने भी बनाए। सिद्धू मूसेवाला ने अपना खुद का प्रोडक्शन कंपनी जाट लाइफ़ स्टूडियो भी बनाया था जिसके तहत उन्होंने अपनी पहली फिल्म “यस आई एम स्टूडेंट” फ़िल्म से एक्टिंग की शुरुआत की।
यह भी पढ़ें… World Brain Tumor Day : बिना किसी संकेत के ही हावी हो जाता है ब्रेन ट्यूमर
जिस स्कूल में सिद्धू ने शिक्षा हासिल की वहाँ के टीचर बताते है कि सिद्धू जब 5वीं में था तब से ही वह स्कूल के कार्यक्रम में शामिल हुआ करता था, जब भी स्कूल में कोई कार्यक्रम होता था, वह अपना नाम परफॉर्म करने वाली लिस्ट में लिखवाने के लिए हमारे पीछे पड़ जाता था। हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार रहे सिद्धू के घर लोहड़ी पर स्कूल के सभी दोस्त मिले थे, दोस्त बताते है की उसे पता था कि वह चुनाव नहीं जीतेगा, दूसरे नंबर पर आएगा, लेकिन उसने तय कर लिया था कि वह समाज के लिए कुछ करना चाहता है इसलिए वह राजनीति में आया। दोस्तों के साथ उस मुलाकात में मूसेवाला ने कहा था कि उसे बहुत सारी धमकियां मिल रही थीं। उसे पहले भी फोन पर बहुत सी धमकियां मिलती थीं, लेकिन चुनावों के दौरान वह थोड़ा चिंतित था। सुरक्षा के कारण वह कई बार अपनी गाड़ियों का रूट भी बदल लेता था। भले ही सिद्धू अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन उनकी गायकी से वह हमेशा करोड़ों दिलों में जिंदा रहेगे।