IMD Alert : अगले 84 घंटे तक 15 राज्यों में भारी बारिश, हिमाचल-उत्तराखंड में भूस्खलन-बारिश का रेड ऑरेंज अलर्ट, दिल्ली से बिहार तक जानें मौसम विभाग का पूर्वानुमान

Kashish Trivedi
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IMD Alert, Today Weather Update : पश्चिम में मानसून की सक्रियता थोड़ी कम हो गई है जबकि पूर्वी और दक्षिणी राज्यों मैं मानसून का असर देखने को मिल रहा है। बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवर्ती दबाव का क्षेत्र निर्मित हो रहा है। इसके अलावा एक नवीन पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में महत्वपूर्ण बदलाव होने वाले हैं। जिसका असर राजधानी दिल्ली सहित पंजाब हरियाणा राजस्थान के अलावा मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ पर देखने को मिलेगा।

पश्चिम बंगाल-सिक्किम  में अति भारी बारिश का रेड ऑरेंज अलर्ट

बिहार झारखंड उत्तर प्रदेश सहित पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के लिए बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा पर्वतीय राज्यों में भी बारिश का कहर जारी रहने वाला उत्तराखंड और हिमाचल में भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त है। लगातार मौसम विभाग द्वारा इन क्षेत्रों के लिए अलर्ट जारी किए जा रहे हैं। उत्तराखंड हिमाचल में आज भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक 17 अगस्त किन क्षेत्रों में बारिश की गतिविधि जारी रहने वाली है। 14 और 15 अगस्त को उत्तराखंड में भारी बारिश की संभावना जताई गई है जबकि 15 अगस्त तक पश्चिम बंगाल और सिक्किम के हिमालयी क्षेत्र में भी भारी से अति भारी बारिश का रेड ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है।

उत्तराखंड मेंहो रही बारिश से भूस्खलन और वज्रपात की स्थिति 

उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से भूस्खलन औरवज्रपात की स्थिति निर्मित हो गई है। कई जगह बादल फटने की खबर भी सामने आई है। देहरादून उत्तराखंड के 6 जिलों में आज भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है जबकि 7 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है। हरिद्वार उत्तरकाशी रुद्रप्रयाग चमोली पिथौरागढ़ बागेश्वर जिले में कई इलाकों में तेज गर्जना बिजली गिरने के साथ भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इन क्षेत्रों में 15 अगस्त तक बारिश की गतिविधि जारी रहने वाली है जबकि हिमाचल में भी आसमान में बादल छाए हुए। इस पूरे सप्ताह बारिश की गतिविधि जारी रहने वाली है। 8 जिलों में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो सकती है। 2 दिन बारिश का कोहराम जारी रहने वाला है। मानसून की सक्रियता क्षेत्रों में बरकरार है मौसम विभाग केंद्र के मुताबिक शिमला कांगड़ा चंबा हमीरपुर बिलासपुर जिले में 24 घंटे में बाढ़ की संभावना व्यक्त की गई है। बादल फटने और भूस्खलन की संभावना मौसम विभाग द्वारा जारी की गई है। शासन-प्रशासन को भी निर्देश दिए गए हैं।

पूर्वी राज्यों की बात करें तो असम मेघालय मणिपुर नगालैंड मिजोरम में भी भारी बारिश का ऑरेंज येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग द्वारा इन क्षेत्रों में भी 17 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। सिक्किम असम मेघालय मणिपुर नगालैंड में भी आज माध्यम से भारी बारिश देखने को मिल सकती है। वही सिक्किम में बहुत भारी बारिश का रेट अलर्ट जारी किया गया है।

केरल, कर्नाटक में मौसम में परिवर्तन का दौर

तमिल नाडु, केरल, कर्नाटक में मौसम में परिवर्तन का दौर बना रहेगा। कुछ क्षेत्रों में बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है जबकि कुछ क्षेत्रों में गर्मी और उमस बनी रहेगी केरल में आसमान में बादल छाए रहेंगे। तापमान में इजाफा देखने को मिल सकता है। एक या दो डिग्री के तापमान के साथ कुछ इलाकों में उमस भी महसूस हो सकती है। कर्नाटका में भी अधिकतम तापमान 31 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान जताया गया है। 16 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है जबकि तमिलनाडु में भी मौसम में परिवर्तन देखने को मिलेंगे। 14 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवा के साथ इलाके में छिटपुट बारिश रिकॉर्ड की जा सकती है।

महाराष्ट्र और गोवा के क्षेत्र में मौसम में परिवर्तन का दौर

महाराष्ट्र और गोवा के क्षेत्र में मौसम में परिवर्तन का दौर देखने को मिल सकता है। गोवा में 18 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवा चलने का पूरा अनुमान जताया गया है जबकि शनिवार से इस क्षेत्र में मौसम में परिवर्तन देखने को मिलेगा ।भारी बारिश के साथ ही वज्रपात की गतिविधि देखी जा सकती है जबकि रविवार से लेकर शुक्रवार तक मौसम सुहावना बना रहेगा। कुछ इलाके में बारिश का दौर जारी रहने वाला है। वही 78% तक नमी रिकॉर्ड की जा सकती है। महाराष्ट्र के कई क्षेत्रों में हल्की  बारिश रिकॉर्ड की जाएगी जबकि कुछ क्षेत्रों में गर्मी बढ़ने का पूर्वानुमान जताया गया है। मौसम में परिवर्तन के वजह से कुछ इलाकों में बारिश और कुछ इलाकों में उम्र की गतिविधि रहने वाली है। अधिकतम तापमान 28 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया जा सकता है। इन क्षेत्रों में मानसून की सुस्त पड़ने की वजह से बारिश की गतिविधि पर विराम लगने वाला है।

बिहार के सात जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट

बिहार के सात जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। अगले तीन दिन तक बिहार में कुछ इलाकों में मानसून की कमजोर रहने का भी पूर्वानुमान जताया गया है। हालांकि 3 दिन के बाद एक बार फिर से भारी बारिश की गतिविधि शुरू होगी। बिहार के जिन जिलों में अलर्ट जारी किया गया। उनमें मुजफ्फरपुर बांका कटिहार दरभंगा सुपौल पटना के अलावा बांका शामिल है। इसके अलावा मधेपुरा पश्चिम चंपारण किशनगंज अररिया सुपौल मधुबनी सीतामढ़ी में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। 24 घंटे के भीतर इन क्षेत्रों में तेज बारिश का पूर्वानुमान जताया गया बता दे कि अब तक औरंगाबाद में सबसे अधिक बारिश रिकार्ड की गई है। बिहार में अब तक सामान्य से 28% कम बारिश रिकार्ड की गई। इस वर्ष अब तक 431.7 मिली मीटर बारिश रिकार्ड की गई है जबकि राज्य भर में इस अवधि के दौरान 602.6 मिली मीटर बारिश का अनुमान जताया गया है।

उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में भी बारिश की गतिविधि जारी 

उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में भी बारिश की गतिविधि जारी रहने वाली है इन क्षेत्रों में मौसम विभाग द्वारा अलर्ट जारी करते हुए तेज हवा वज्रपात और भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई। 48 घंटे के दौरान कुछ इलाकों में गरज चमक देखने को मिलेगी। 14 जिलों में भारी तेज हवा का पूर्वानुमान जताया गया जबकि 15 जिलों में बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वांचल में बादलों का आवागमन जारी रहेगा। कुछ जगह पर तेज बौछार पड़ने का पूर्वानुमान है।

पीलीभीत रामपुर और सहारनपुर के आसपास भारी बारिश देखने को मिल सकती है इसके अलावा बरेली बिजनौर लखीमपुर खीरी मुरादाबाद में भी तेज बारिश की संभावना जताई गई है। अमरोहा बदायूं बहराइच और बलरामपुर में भी बादल गरजने  की संभावना जताई गई है। इसके अलावा बस्ती देवरिया गोंडा गोरखपुर कुशीनगर लखीमपुर खीरी में भी बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है। 19 अगस्त तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में ज्यादा बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी पश्चिमी विक्षोभ की वजह से कुछ जगहों पर बारिश देखने को मिल सकते हैं।

मौसम प्रणाली

  • औसत समुद्र तल से मानसून रेखा अमृतसर चंडीगढ़ देहरादून गोरखपुर दरभंगा होते हुए बालूरघाट से मणिपुर की ओर जा रही है।
  • उत्तर पश्चिम उत्तर प्रदेश और इससे सटे उत्तर पश्चिमी बिहार पर एक साइक्लोनिक सरकुलेशन निर्मित है।
  • एक रेखा बिहार से पश्चिम बंगाल तक होते हुए उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है।
  • गुजरात के ऊपर समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर एक साइक्लोनिक सरकुलेशन निर्मित है।
  • एक और चक्रवाती परिसंचरण आंध्र प्रदेश तट से दूर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर समुद्र तल तक 5.8 किलोमीटर ऊपर फैली है।

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