IMD Alert, Today Weather Update : मौसम में परिवर्तन का दौर जारी है। पिछले दो दिनों में मध्य प्रदेश और बिहार सहित भाजपा के कई हिस्सों में बारिश और गरज चमक के साथ बारिश का पूर्वानुमान जताया गया। वहीं 24 घंटे के मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के कई हिस्से में ओलावृष्टि देखी गई है। गरज चमक सहित आंधी का पूर्वानुमान जारी किया गया है।
पर्वतीय राज्य में भी बर्फबारी का दौर
वही उत्तर भारत में तापमान 40 डिग्री के आसपास देखा गया था। हालांकि अब स्थिति बदल गई है। वही 27 अप्रैल से दिल्ली और एनसीआर सहित पंजाब हरियाणा राजस्थान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आसपास के इलाकों में मौसम बदल गया है। तेज हवा चलने के साथ गरज चमक और बारिश का भी अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही पर्वतीय राज्य में भी बर्फबारी का दौर जारी रहेगा। हिमाचल, उत्तराखंड में बारिश की चेतावनी जारी की गई है। 17 साल बाद शिमला में भारी बारिश और 10 वर्ष में अधिकतम तापमान सबसे कम रिकॉर्ड किया गया है।
शनिवार रात और रविवार को शिमला में 54 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। 2006 में 56 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई थी। रविवार को भी बारिश का दौर जारी रहा है। वहीं सोमवार से अगले 5 दिनों तक हिमाचल में बारिश का दौर जारी रहने वाला है। 7 मई तक हिमाचल में मौसम सुहावना बना रहेगा। 30 अप्रैल तक सामान्य से 63% अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। अप्रैल में कई जिलों में भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है। इस साल अप्रैल में 104 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। बिलासपुर में सबसे अधिक 201% जबकि चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू, लाहौल स्पीति, शिमला, सिरमौर, सोलन और उना में भी अधिक बारिश और बर्फबारी रिकॉर्ड की गई है।
उत्तराखंड में पहाड़ से मैदान तक बारिश से ठंड बढ़ गई है ऊंचाई वाले इलाके में बर्फबारी का येलो अलर्ट जारी किया गया है। 3500 मीटर से अधिक वाले इलाके में तेज बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है। कई जगह पर बारिश और ओलावृष्टि की भी संभावना जताते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। बीते दिनों राजस्थान के देहरादून समेत मैदान के अधिकतर इलाकों सहित पहाड़ी क्षेत्रों पर बारिश रिकॉर्ड की गई है। यमुनोत्री सहित यमुना घाटी में भी बारिश लगातार देखी जा रही है वहीं ऊंचाई वाले स्थानों पर भी बर्फबारी से ठंड बढ़ गई है। 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही लोगों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
मौसम प्रणाली
- मौसम प्रणाली की बात करें तो उत्तर से दक्षिण एक रेखा आंतरिक दक्षिण भारत से होकर गुजर रही है
- दक्षिण से दक्षिण पश्चिम की ली हवाएं बंगाल की खाड़ी से नमी पहुंचा रही है।
- कुछ पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पश्चिम भारत के मौसम को प्रभावित कर सकते हैं। इनमें 2 से तीन पश्चिमी विक्षोभ शामिल हैं।
- वहीरेखा पूर्वोत्तर भारत पर खुद को मजबूत कर रही है। इसके साथ ही एक अन्य रेखा उत्तर मध्य भारत ने भी स्थित है। इस कारण से इन राज्यों में भी बारिश की चेतावनी जारी कर दी गई है।
इन राज्यों में वज्रपात और ओलावृष्टि का अलर्ट
उत्तर पश्चिम भारत में बात करें तो हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा जम्मू और हिमाचल प्रदेश के कई संभागों में भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी गई है। राजस्थान के अलग-अलग हिस्से में 4 मई तक ओलावृष्टि का पूर्वानुमान जताया गया है।
मध्य में अगले 4 दिन आंधी सहित गरज चमक बारिश का पूर्वानुमान
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित उड़ीसा, आंध्र और महाराष्ट्र में बारिश की चेतावनी जारी कर दी गई है। अगले 4 दिनों तक क्षेत्रों में गरज चमक के साथ आंधी और बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है।
मानसून पर अलनीनो का खतरा
देशभर में मानसून की बात करें तो भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा मौसम मानसून में बारिश के सामान्य रहने का पूर्वानुमान जारी किया गया था। हालांकि मानसून पर अलनीनो का खतरा मंडरा रहा प्रशांत महासागर में विश्वत रेखा के निकट आधे डिग्री से ज्यादा की बढ़ोतरी पर अलनीनो उत्पन्न होता है। मानसून पर नकारात्मक प्रभाव डालने के लिए अलनीनो बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विभिन्न मंडल संकेत दे रहे हैं कि मानसून सीजन में अलनीनो तैयार हो सकता है।
मध्यम स्तर पर अलनीनो तैयार होने के कारण जुलाई में इस के विकसित होने की संभावना जताई जा रही है। फिलहाल इस स्थिति की मॉनिटरिंग की जा रही है। मई में एक बार फिर से सारी स्थिति की समीक्षा की जाएगी। वहीं मौसम विभाग के मुताबिक ही यदि जुलाई में अलनीनो पैदा होता है तो मानसून में 40 फीसद मामले में सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा जबकि साहस इस मामले में नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
मई के आखिर में मानसून को लेकर एक और पूर्वानुमान जारी किया जाएगा। मई के अंत तक स्थिति काफी साफ हो सकती है। अलनीनो के तैयार होने के कारण बारिश की गतिविधि में कमी आ सकती है। ऐसे में बारिश के बदलते पैटर्न को देखा जा रहा है। सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र से खेत राजस्थान के सुस्त इलाके में बारिश ज्यादा हो रही है। ऐसे में जलवायु प्रभावों पर भी रिसर्च की जा रही है। मई में स्थिति स्पष्ट होने के बाद अलनो के खतरे पर विस्तृत जानकारी सामने आ सकेगी। फिलहाल अलनीनो के खतरे के बीच वैज्ञानिक लगातार इसकी समीक्षा कर रहे हैं।
दक्षिणी राज्य में बारिश का अलर्ट
दक्षिण राज्य में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। तमिलनाडु सीमा में 1 मई से लेकर 4 मई तक जबकि कर्नाटक सहित आंध्र केरल तमिलनाडु में अगले 5 दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। भूस्खलन तेज हवा आंधी सहित गरज चमक, वज्रपात का पूर्वानुमान जताया गया है।
पूर्वी राज्यों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
झारखंड, पश्चिम बंगाल सहित सिक्किम में 3 मई तक बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वज्रपात का अलर्ट जारी किया गया है। वही असम, मेघालय, मणिपुर, नागालैंड, मिजोरम सहित अन्य राज्यों में भी 5 मई में भारी बारिश जारी किया गया है।
इन राज्यों में चेतावनी
- एक पश्चिमी विक्षोभ हिमालय पर बना हुआ है, जब यह चक्रवाती हवा का क्षेत्र पाकिस्तान के मध्य भाग और इससे सटे राजस्थान पश्चिम हरियाणा के हिस्से पर निर्मित हुआ है।
- ऐसे में दिल्ली एनसीआर पंजाब हरियाणा पश्चिमी उत्तर प्रदेश राजस्थान में रुक-रुक कर बारिश हो रही है।
- गरज चमक के साथ बारिश की गतिविधि जारी रहेगी।
- इसके साथ ही तापमान भी नियंत्रण में रहेगा। हालांकि 10 दिन तक मई में लू की चेतावनी से इनकार किया गया है।
- इसके साथ ही एक रेखा दक्षिण तक फैली हुई है। दिल्ली से दक्षिण तक फैली रेखा पर अगले सप्ताह ओलावृष्टि की गतिविधि देखी जा सकती है। 5 मई के बाद मौसम साफ होने लगेगा और तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि देखी जाएगी।
राजस्थान में भारी बारिश
राजस्थान की राजधानी जयपुर सहित नागौर बीकानेर भरतपुर अजमेर जोधपुर उदयपुर और कोटा संभाग के कई जिलों में तेज बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी कर दिया गया है। एक नया परिसंचरण निर्मित हो रहा है। 2 और 3 मई को कई जिले में बारिश सहित और अभी देखने को मिलेगी। तेज बौछार पड़ने की संभावना जताई गई है। तेज आंधी हवा और ओले गिरने के आसार नजर आ रहे हैं।
उदयपुर डूंगरपुर बांसवाड़ा प्रतापगढ़ जिले में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चल सकती है। इसके साथ ही जयपुर, अजमेर, कोटा, उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर और भरतपुर संभाग में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही सीकर, नागौर, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, जालौर, पाली, भीलवाड़ा और राज समुद्र सहित चित्तौड़गढ़ दौसा अलवर में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी गई है। 2 मई को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। जिसके कारण तेज हवा और मौसम में ठंडक देखने को मिलेगी।
इन राज्यों में अलर्ट
- रायलसीमा और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है।
- नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में गरज के साथ व्यापक बारिश होने की संभावना है।
- तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान है।
- अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, ओडिशा, बिहार, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, पश्चिम मध्य प्रदेश, तटीय कर्नाटक और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
- अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, उत्तर प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल, माहे और लक्षद्वीप में भारी बारिश की संभावना है।
- राजस्थान, गुजरात, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में गरज के साथ बारिश की संभावना है।