IMF ने भारत की GDP का अनुमान बढ़ाकर 6.3% किया, अमित शाह ने पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को दिया इसका श्रेय

Atul Saxena
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IMF GDP Growth : अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF,international monetary fund) ) ने वित्तीय वर्ष 2023 -24 के लिए नए आंकड़े जारी करते हुए भारत की GDP वृद्धि का अनुमान बढ़ाकर 6.3% कर दिया है। वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक के ताजा अनुमान के अनुसार, इस वित्तीय वर्ष में विकास दर 6.3 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है, इसके अलावा वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए IMF ने भारत की GDP  वृद्धि 6.3 प्रतिशत आंकी है।

अमित शाह ने पीएम मोदी के नेतृत्व की सराहना की 

GDP के ताजा आंकड़ों पर गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर पीएम मोदी के नेतृत्व की सराहना की है, अमित शाह ने ट्विटर पर लिखा – “नेतृत्व मायने रखता है, जब राष्ट्र का नेतृत्व एक संवेदनशील, मेहनती और समर्पित नेता द्वारा किया जाता है, तो असाधारण परिणाम अनिवार्य हो जाते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के कारण हमारा देश आज विकसित देशों की तुलना में अधिक तेजी से विकास कर रहा है।”

बिना नाम लिखे मनमोहन सिंह पर कसा तंज 

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नाम लिखे बिना अमित शाह ने तंज कसते हुए आगे लिखा – “एक अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री जो हासिल नहीं कर सका, उसे जनता के प्रति समर्पित एक नेता ने पूरा कर दिखाया। हमारे भारत को दुनिया का अग्रणी देश बनाने की राह पर आगे बढ़ने के लिए मोदी जी आपको और शक्ति मिले।”

पीएम मोदी ने इसे देश की जनता की ताकत और कौशल का परिणाम बताया 

उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस रिपोर्ट को शेयर किया, उन्होंने ट्वीट किया- “हमारे लोगों की ताकत और कौशल से संचालित, भारत गोल्बल ब्राइट स्पॉट, विकास और नवाचार का एक पावरहाउस है। हम समृद्ध भारत की दिशा में अपनी यात्रा को मजबूत करना जारी रखेंगे, अपने सुधारों के पथ को और आगे बढ़ाएंगे।

आपको बता  दें कि आईएमएफ ने बढ़ोत्तरी के लिए अप्रैल-जून के दौरान उम्मीद से अधिक मजबूत खपत को वजह बताया है, वृद्धि का यह अनुमान अप्रैल में 5.9 प्रतिशत, जुलाई में 6.1 प्रतिशत से बढ़ाकर अब 6.3 प्रतिशत कर दिया है, जो यह भारतीय अथॉरिटीज की ओर से अनुमानित 6.5 प्रतिशत के करीब जाता है।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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