Jagannath Rath Yatra : आज निकाली जाएगी जगन्नाथ रथ यात्रा, यहां जानें 10 दिनों का पूरा शेड्यूल और शुभ मुहूर्त, पढ़ें यह खबर

Jagannath Rath Yatra : पुरी, ओडिशा में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। आज शुभ समय में इस पवित्र यात्रा का आयोजन होगा। वहीं इस यात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलराम और बहन सुभद्रा को भव्य रथों पर सवार करके गुंडिचा मंदिर ले जाया जाएगा। जानकारी दे दें कि इस धार्मिक और सांस्कृतिक महोत्सव में लाखों श्रद्धालु भाग लेंगे और पूरे उत्साह के साथ भगवान जगन्नाथ के दर्शन करेंगे।

Rishabh Namdev
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Jagannath Rath Yatra : भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा आज से शुरू हो रही है। इस पवित्र यात्रा में भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलराम और बहन सुभद्रा को रथों पर विराजमान करके गुंडिचा मंदिर ले जाया जाएगा। इस यात्रा की शुरुआत आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर शुभ मुहूर्त में होगी, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेंगे और भगवान के दर्शन करेंगे। बता दें कि रथ यात्रा का यह महोत्सव धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, और इसे देखने के लिए देश-विदेश से लोग पुरी आते हैं।

शुभ मुहूर्त में निकलेगी रथ यात्रा:

दरअसल भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को आयोजित होती है, जिसका पुरी, ओडिशा में विशेष महत्व है। इस यात्रा की तैयारियां कई महीनों पहले ही शुरू हो जाती हैं। द्वितीया तिथि के दिन भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा तीन विशाल रथों पर सवार होकर नगर भ्रमण करते हैं और भक्तों से मिलकर गुंडिचा मंदिर पहुंचते हैं। वहां वे 9 दिनों तक विश्राम करते हैं और दसवें दिन वापस जगन्नाथ मंदिर लौटते हैं। इस वर्ष रथ यात्रा 7 जुलाई 2024 से प्रारंभ होगी और यह शुभ योगों से भरी होगी।

शुभ मुहूर्त और योग:

वहीं वैदिक पंचांग के मुताबिक, इस बार आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर तीन महायोग बन रहे हैं – पुष्य नक्षत्र, रवि पुष्य और सर्वार्थ सिद्धि योग। ये योग अत्यंत शुभ माने जाते हैं और भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा इन महायोगों के दौरान निकाली जाएगी। इन शुभ योगों में दान-पुण्य करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है और जीवन के कष्ट और संकट दूर हो जाते हैं।

अगले 10 दिनों का कार्यक्रम:

7 जुलाई 2024

दरअसल भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा रविवार को मंदिर से बाहर आएंगे एवं रथों पर विराजमान होंगे। इसके बाद रथों और भगवान की पूजा की जाएगी और फिर रथ यात्रा गुंडिचा मंदिर की ओर प्रस्थान करेगी। बता दें की इस विशाल रथ यात्रा में लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं।इसके साथ ही सबसे प्रसिद्ध रस्म ‘छेरा पहरा’ भी इस दिन निभाई जाएगी, जिसमें उड़ीसा के महाराज गजपति सोने की झाड़ू से रथों के चारों ओर सफाई करेंगे। शाम को भक्त रथ खींचना शुरू करेंगे।

8 जुलाई 2024

सोमवार को भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा का रथ गुंडिचा मंदिर पहुंचेगा। यदि कुछ देर हो जाती है, तो यह मंगलवार को भी हो सकता है।

9-15 जुलाई 2024

भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा गुंडिचा मंदिर में 10 दिन रुकेंगे। इस दौरान उन्हें विभिन्न प्रकार के भोजन और पकवान से भोग लगाया जाएगा। इसके साथ ही भक्त इस दौरान भगवान के दर्शन कर सकेंगे और उनकी पूजा-अर्चना करेंगे।

16 जुलाई 2024

जानकारी के अनुसार भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा अपने रथों पर वापस जगन्नाथ मंदिर लौटेंगे, जिसके साथ ही रथ यात्रा का समापन होगा। इस दिन भी भक्त बड़ी संख्या में भगवान के दर्शन के लिए एकत्रित होंगे और उनकी वापसी का स्वागत करेंगे।

बता दें कि रथ यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क रहता है। पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती की जाती है ताकि यात्रा के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो। इसके अलावा, स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था भी की जाती है ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित चिकित्सा सहायता मिल सके।


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मैंने श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर से जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। मैं पत्रकारिता में आने वाले समय में अच्छे प्रदर्शन और कार्य अनुभव की आशा कर रहा हूं। मैंने अपने जीवन में काम करते हुए देश के निचले स्तर को गहराई से जाना है। जिसके चलते मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार बनने की इच्छा रखता हूं।

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