Bhopal: हाल ही में पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा ने राज्य और राष्ट्रीय राजनीति में खलबली मचा दी है। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग जोर पकड़ रही है। इस मुद्दे पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने हिंसा की कड़ी निंदा करते हुए सख्त कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया, लेकिन साथ ही बीजेपी द्वारा इस मामले को उठाने के तरीके को अनुचित ठहराया है।
कमलनाथ ने कहा, “यह पूरी तरह से राजनीतिक मामला है, लेकिन इसमें सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।” उन्होंने इस हिंसा को गंभीर मानते हुए राज्य में कानून और व्यवस्था की बहाली की अपील की। हालांकि, उन्होंने बीजेपी के इस मुद्दे को उठाने के तरीके पर सवाल उठाते हुए कहा, “बीजेपी इसे जिस प्रकार से उठा रही है, वह सही नहीं है। राजनीतिक लाभ के लिए इस तरह की घटनाओं का उपयोग करना अनुचित है।”
उच्च शिक्षा विभाग में आरएसएस से जुड़ी किताबों पर असंतोष
कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग में आरएसएस पदाधिकारी द्वारा लिखी गई किताबों को पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने पर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा, “यह सब गलत है। ये लोग हमारे वास्तविक इतिहास को छिपाना चाहते हैं। उनका उद्देश्य हमारे इतिहास को बदलना है, लेकिन ऐसा संभव नहीं है।” उन्होंने इसे शिक्षा व्यवस्था पर हमला करार दिया और कहा कि शिक्षा को राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए, ताकि छात्रों को तथ्य-आधारित सही शिक्षा मिल सके।
आवारा मवेशियों की समस्या पर चिंता
प्रदेश में आवारा मवेशियों की समस्या पर सरकार द्वारा जारी आदेशों पर भी कमलनाथ ने अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “प्रदेश में गौ माता की स्थिति बेहद दयनीय है। सरकार को इस समस्या पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए और उचित कार्रवाई करनी चाहिए।” उन्होंने सुझाव दिया कि सरकार को केवल आदेश जारी करने तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि इस समस्या के समाधान के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए, ताकि सड़कों पर आवारा मवेशियों की समस्या का समाधान हो सके और गौ माता की देखभाल सुनिश्चित हो।