केजरीवाल का “विश्वास प्रस्ताव ” विधानसभा में हुआ पास, सीएम ने रखी दो मांगें, “आप” को बताया सबसे ईमानदार

Manisha Kumari Pandey
Published on -

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। दिल्ली विधानसभा में गुरुवार को पेश की केजरीवाल ( Arvind Kejriwal) सरकार के विश्वास प्रस्ताव को पास कर दिया गया है। प्रस्ताव के पक्ष में मुख्यमंत्री समेत 58 सदस्य खड़े नजर आए, जबकि विरोध में कोई भी नहीं वोट नहीं मिला। इसी दौरान सीएम अरविन्द केजरीवाल के आम आदमी पार्टी को कट्टर ईमानदार बताया और कहा की दिल्ली में लोटस मिशन फेल हो चुका है। विधानसभा में आज विशेष सत्र के पाँचवे दिन में जमकर बहस हुई और चर्चा शुरू होते ही विधानसभा में हंगामा होने लगा। इस दौरान विजेंद्र गुप्ता और राखी बिड़ला के बीच भ्रष्टाचार को लेकर जमकर बहसबाजी हुई, जिसके बाद विजेंद्र गुप्ता को पूरे सत्र के लिए निष्काषित कर दिया गया।

यह भी पढ़े… CG Weather : फिर बदलेगा मौसम, कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट, मानसून सहित 2 सिस्टम सक्रिय

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने अपने पार्टी की खूब तारीफ की। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा की दिल्ली में ऑपरेशन लोटस फेल हो गया। सीएम ने कहा की देश में करीब 8-10 सरकारें उनकी नज़रों में हैं। उन्होंने पार्टी के विधायकों को खरीदने के लिए 50 करोड़ तक का ऑफर दिया, लेकिन एक भी विधायक को अपनी तरफ नहीं कर पाए। अब भी “आप” के पास 63 विधायक हैं। जिसमें से 2 विधायक देश से बाहर हैं। वहीं एक जेल में और अन्य विधायक सदन का अध्यक्ष है। सीएम ने यह भी कहा की मनीष सीसोदिया के घर में सीबीआई छापेमारी के बाद भी कुछ नहीं मिला। यदि भ्रष्टाचार होता तो उनके घर में करोड़ों रुपये मिलते।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"