नई दिल्ली।
एक के बाद एक चुनावों में मिल रहे झटकों के बाद बीजेपी को बडी राहत मिली है। दिल्ली चुनाव से पहले दलित नेता गुग्गन सिंह सोमवार को बीजेपी में शामिल हो गए। गुग्गन लोकसभा चुनाव में उत्तर पश्चिमी दिल्ली से आप के उम्मीदवार थे।सोमवार को गुग्गन सिंह ने केंद्रीय मंत्री और दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर और दिल्ली प्रमुख मनोज तिवारी की मौजूदगी में बीजेपी में वापसी की।
दलित नेता गुग्गन सिंह जुलाई 2017 में बीजेपी छोड़कर आप में आए थे। 2019 लोकसभा चुनाव में गुग्गन सिंह को उत्तर पश्चिमी दिल्ली की आरक्षित सीट से बीजेपी के हंस राज हंस ने 5.9 लाख मतों से हराया था।गुग्गन सिंह का बीजेपी में शामिल होना घर वापसी के तौर पर देखा जा रहा है। इससे पहले वह 2013 के चुनाव में बीजेपी के टिकट पर बवाना से विधायक निर्वाचित हुए थे, ये वही साल है जब अरविंद केजरीवाल दिल्ली में पहली बार 49 दिनों के लिए मुख्यमंत्री बने थे।
बता दें दिल्ली में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और सभी पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गई है।विधानसभा चुनाव 2015 में आप ने दिल्ली में एतिहासिक जीत दर्ज की थी और 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल की थी।
गुगन सिंह ने कहा कि पार्टी के मुखिया की सोच उनके विधायकों के प्रति ओछी है। विधायकों की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री केजरीवाल ने विधायकों के लिए अपशब्द तक कहे थे। उसी दिन उन्होंने भाजपा में वापसी का फैसला लिया था। गुगन सिंह ने यहां तक कह दिया कि उन्हें आप पार्टी में घुटन महसूस हो रही थी। अपने परिवार के लोगों तक से वे आंखें नहीं मिला पा रहे थे। उन्होंने ये भी कहा, उन्होंने जो गलती की वैसी गलती दूसरे लोग न करें। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जो फैसले लिए गए हैं, वैसे फैसले आज तक किसी भी राजनीतिक दल की सरकार ने नहीं लिये।