Lok Sabha Session : 18वींं लोकसभा का पहला सत्र कल से होगा शुरू, जानिए कितने सांसद ग्रहण करेंगे शपथ, पढ़ें यह खबर

Lok Sabha Session : 18वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार यानि कल से शुरू होने जा रहा है। इस महत्वपूर्ण सत्र के दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा होने वाली हैं, जो देश की राजनीति और प्रशासनिक कार्यवाही पर गहरा प्रभाव डाल सकती है।

Rishabh Namdev
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Lok Sabha Session : नई सरकार के गठन के बाद 18वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार यानि कल से शुरू होने जा रहा है। दरअसल इस सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नवनिर्वाचित सांसद शपथ ग्रहण करेंगे। वहीं इसके बाद लोकसभा के स्पीकर पद के लिए भी चुनाव किया जाएगा। दरअसल इस महत्वपूर्ण सत्र के दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा होने वाली हैं, जो देश की राजनीति और प्रशासनिक कार्यवाही पर गहरा प्रभाव डाल सकती है।

18वीं लोकसभा का पहला सत्र:

दरअसल लोकसभा चुनाव के बाद बनी नई सरकार में एनडीए के पास 293 सीटों के साथ बहुमत है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की 240 सीटें हैं। विपक्षी दल इंडिया अलायंस के पास कुल 234 सीटें हैं, जिसमें से कांग्रेस की 99 सीटें शामिल हैं। यह सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नवनिर्वाचित सांसद शपथ लेंगे। इसके बाद लोकसभा के स्पीकर पद के लिए चुनाव होगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी।

शपथ ग्रहण समारोह:

जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी और उनके मंत्रिपरिषद के सदस्य सोमवार सुबह 11 बजे शपथ ग्रहण करेंगे। वहीं आपको बता दें कि सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शपथ ग्रहण की जाएगी, जिसके बाद एक-एक कर मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्य शपथ ग्रहण करेंगे। दरअसल सांसदों के शपथ ग्रहण का क्रम वर्णमाला के अनुसार होगा। सबसे पहले असम और सबसे अंत में पश्चिम बंगाल के सांसद शपथ ग्रहण करेंगे। जानकारी के अनुसार पहले दिन कुल 280 नवनिर्वाचित सांसद शपथ ग्रहण करेंगे, जबकि दूसरे दिन 264 सांसद शपथ लेंगे।

प्रोटेम स्पीकर का विवाद:

जानकारी के अनुसार बीजेपी नेता भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करने के फैसले का विपक्ष ने विरोध किया है। विपक्ष का कहना है कि कांग्रेस के सदस्य कोडिकुन्निल सुरेश को इस पद के लिए नजरअंदाज किया गया है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि महताब लगातार सात बार से लोकसभा के सदस्य रहे हैं, इसलिए वे इस पद के लिए योग्य हैं।

कोडिकुन्निल सुरेश का मामला:

दरअसल विपक्ष के उम्मीदवार कोडिकुन्निल सुरेश 1998 और 2004 में चुनाव हार गए थे, लेकिन उनका यह लगातार चौथा कार्यकाल है। इससे पहले वे 1989, 1991, 1996, और 1999 में लोकसभा के लिए चुने गए थे। उनके अनुभव और वरिष्ठता को देखते हुए विपक्ष ने उन्हें प्रोटेम स्पीकर बनाने की मांग की थी।


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मैंने श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर से जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। मैं पत्रकारिता में आने वाले समय में अच्छे प्रदर्शन और कार्य अनुभव की आशा कर रहा हूं। मैंने अपने जीवन में काम करते हुए देश के निचले स्तर को गहराई से जाना है। जिसके चलते मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार बनने की इच्छा रखता हूं।

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