Modi government 3.0: पीएम नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण में शामिल हो सकते हैं श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान सहित कई देशों के पीएम और राष्ट्रपति

उल्लेखनीय है कि 2019 के शपथ ग्रहण समारोह में बिम्सटेक देशों के नेता शामिल हुए थे जबकि 2014 में पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में सार्क देशों के नेता मौजूद रहे थे।

Atul Saxena
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Modi government 3.0:  प्रधानमंत्री लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेकर पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की बराबरी करने जा रहे हैं, अब तक जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक 8 जून को रात 8 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा, कल बुधवार को NDA द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गठबंधन का नेता चुनकर स्पष्ट कर दिया था कि वे उनके नेतृत्व में ही सरकार बनायेंगे, उम्मीद है कि कल 7 जून को पीएम मोदी सहयोगी दलों के समर्थन एक साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के सामने नई सरकार बनाने का प्रस्ताव पेश करेंगे और राष्ट्रपति की स्वीकृति मिलने के बाद वे पीएम पद की शपथ लेंगे।

कई देशों के राष्ट्र प्रमुख होंगे शपथ ग्रहण समारोह में शामिल  

अब तक मीडिया के माध्यम से जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे टर्म के कार्यकाल के शपथ ग्रहण समारोह में श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को न्योता भेजा गया है और उन्होंने इसे स्वीकार भी कर लिया है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने भारत आयेंगी। शेख हसीना ने पीएम मोदी को उनकी जीत पर बधाई दी उसी समय पीएम मोदी ने उन्हें आमंत्रण दिया है ऐसी जानकरी सामने आई है।

2014 और 2019 में भी कई देशों के प्रमुख हुए थे शामिल   

मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि पीएम मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड से भी बातचीत की और उन्हें औपचारिक निमंत्रण आज गुरुवार को भेजा जा सकता है। इसी तरह भूटान , मॉरिशस के राष्ट्र प्रमुखों के भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की उम्मीद है, उल्लेखनीय है कि 2019 के शपथ ग्रहण समारोह में बिम्सटेक देशों के नेता शामिल हुए थे जबकि 2014 में पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में सार्क देशों के नेता मौजूद रहे थे।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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