देहरादून, डेस्क रिपोर्ट। उत्तराखंड में मचे सियासी घमासान का पटाक्षेप करने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) देहरादून पहुँच गए हैं। पार्टी द्वारा पर्यवेक्षक के तौर पर देहरादून (Dehradun) भेजे गए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) तीन बजे भाजपा विधायक दल की बैठक में शामिल होंगे। विधायक दल की बैठक में नए नेता का चयन होगा और नया नेता ही उत्तरखंड का मुख्यमंत्री होगा।
10 मार्च 2021 को उत्तराखंड (Uttrakhand) के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) को नियम के मुताबिक 6 महीने में विधानसभा का सदस्य होना जरुरी है यानि तीरथ सिंह रावत को 10 सितम्बर तक विधानसभा चुनाव जीतना होगा। लेकिन हालातों को देखते हुए ऐसा संभव नहीं दिख रहा तो तीरथ सिंह रावत ने संवैधानिक संकट और अनुच्छेद 164 का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया। रावत 115 दिन ही उत्तराखंड मुख्यमंत्री (Uttarakhand CM) पद पर रह पाए। उनके इस्तीफे राज्य के लिए नए मुख्यमंत्री की कवायद शुरू हो गई है ।
पार्टी द्वारा केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किये गए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) देहरादून पहुँच गए हैं। पार्टी नेताओं ने एयरपोर्ट पहुंचकर नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) का स्वागत किया। एयरपोर्ट पर मीडिया के सवालों को हंसकर टालते हुए नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने कहा कि अभी तो मैं यहाँ आया हूँ, सबसे बात करूँगा तीन बजे विधायक दल की बैठक है उसके बाद ही कुछ कह पाउँगा।
3 बजे विधायक दल की बैठक, सभी विधायकों को मौजूद रहने के निर्देश
जानकारी के मुताबिक देहरादून के बीजापुर गेस्ट हाउस में आज दोपहर शनिवार को 3 बजे भाजपा विधायक दल की बैठक होगी जिसमें केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) मौजूद रहेंगे। बैठक के लिए सभी विधायकों को मौजूद रहें के निर्देश दिए गए हैं पार्टी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की अध्यक्षता में आयोजित होने वाली बैठक में नए नेता का चयन होगा जो उत्तराखंड का मुख्यमंत्री होगा। इस बार ये उम्मीद लगाई जा रही है कि नया नेता (मुख्य्मंत्री) किसी विधायक को ही चुना जायेगा।
तीरथ सिंह रावत के इस्तीफा देने के बाद से उत्तराखंड (Uttarakhand) के नए मुख्यमंत्री (CM) की चर्चा तेज हो गई है। आज तीन बजे होने वाली विधायक दल की बैठक में नए नेता का चयन होगा। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में इस समय चार नेताओं के नाम सबसे अधिक चर्चा में हैं इनमें मंत्री धन सिंह रावत, सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत और बंसीधर भगत के नाम शामिल हैं। चर्चा इस बात की भी जोरों पर है कि किसी रावत को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी मिल सकती है अब देखना होगा कि किसके सिर पर मुख्यमंत्री का ताज सजता है।
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....