NEET Controversy : आज सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच NEET विवाद पर दूसरी बार सुनवाई करेगी। 8 जुलाई को मामले की पहली सुनवाई के दौरान, CJI की बेंच ने NEET से संबंधित चार प्रमुख पक्षकारों – नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA), केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI), केंद्र सरकार और पुनर्परीक्षा की मांग कर रहे छात्रों से जवाब तलब किया था। वहीं अब सभी पक्षकारों ने अपने जवाब दाखिल कर दिए हैं, और अगली सुनवाई होने जा रही है। इस बेंच में CJI के अलावा जस्टिस जे बी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा भी शामिल हैं।
NTA का हलफनामा:
दरअसल NTA ने 10 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा प्रस्तुत किया। इसमें बताया गया कि पटना और गोधरा के सेंटर्स में गड़बड़ी हुई थी, लेकिन इसका असर पूरे एग्जाम पर नहीं पड़ा। NTA के अनुसार, इन सेंटर्स के उम्मीदवारों के प्रदर्शन के विश्लेषण से यह साबित होता है कि परीक्षा की शुचिता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। NTA ने यह भी कहा कि इन सेंटर्स से किसी भी उम्मीदवार ने असामान्य रूप से उच्च स्कोर नहीं किया है और इनका स्कोर राष्ट्रीय औसत से भी कम रहा है।
सुप्रीम कोर्ट में 38 याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई
जानकारी के अनुसार सुप्रीम कोर्ट इस मामले में 38 याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई कर रहा है। इनमें से 34 याचिकाएं छात्रों, शिक्षकों और कोचिंग संस्थानों द्वारा दाखिल की गई हैं, जबकि 4 याचिकाएं नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा प्रस्तुत की गई हैं। ये याचिकाएं विभिन्न मुद्दों को लेकर दाखिल की गई हैं, जिनमें परीक्षा की शुचिता, पेपर लीक के आरोप और पुनर्परीक्षा की मांग शामिल है।
परीक्षा के दिन पेपर लीक के शक में 13 गिरफ्तारियां
वहीं 5 मई को बिहार पुलिस ने पेपर लीक के शक में 13 लोगों को गिरफ्तार किया था। हालांकि, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने 6 मई को परीक्षा के एक दिन बाद पेपर लीक के आरोपों का खंडन किया था। NTA ने कहा कि परीक्षा की प्रक्रिया पूरी तरह से सुरक्षित थी और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना नहीं थी।
परीक्षा के 8 दिन बाद पेपर लीक की जांच के लिए याचिका
दरअसल 13 मई को सुप्रीम कोर्ट में NEET उम्मीदवार शिवांगी मिश्रा ने पेपर लीक की जांच के लिए याचिका दायर की। याचिका में दावा किया गया कि परीक्षा के दौरान कई जगहों पर गड़बड़ी हुई थी और इसका सीधा असर छात्रों के परिणामों पर पड़ा है। इसके बाद NTA ने निर्धारित तिथि से 10 दिन पहले ही 4 जून को परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया।