New Criminal Law : 1 जुलाई 2024 यानी बीती रात 12 बजे के बाद भारतीय दंड संहिता (IPC) को समाप्त कर दिया गया है और भारतीय न्याय संहिता (BNS) लागू कर दी गई है। दरअसल यह एक ऐतिहासिक परिवर्तन है जो देश की आपराधिक न्याय प्रणाली में बड़े बदलाव का प्रतीक है। इसके साथ ही कई प्रमुख धाराओं में बदलाव किए गए हैं।
नए कानून के तहत निम्नलिखित प्रमुख धाराएं अब लागू होंगी:
हत्या: IPC की धारा 302 की जगह अब BNS की धारा 101 लगेगी।
धोखाधड़ी: IPC की धारा 420 की जगह अब BNS की धारा 318 लागू होगी।
बलात्कार: IPC की धारा 375 अब BNS की धारा 63 हो गई है।
शादीशुदा महिलाओं को बहकाना: अब यह अपराध माना जाएगा।
जबरन अप्राकृतिक यौन संबंध: अब यह अपराध नहीं रहेगा।
नए आपराधिक कानूनों के तहत बदलाव:
दरअसल आज, 1 जुलाई से, देशभर में तीन नए आपराधिक कानूनों के लागू होने के कारण ये परिवर्तन हुए हैं। इन नए कानूनों में महिलाओं, बच्चों और जानवरों से जुड़ी हिंसा के लिए कठोर नियम बनाए गए हैं। इसके अलावा, कई प्रक्रियात्मक बदलाव भी किए गए हैं, जैसे कि अब आप घर बैठे e-FIR दर्ज करा सकते हैं।
नए कानून के तहत पहली FIR:
इसके साथ ही सेंट्रल दिल्ली के कमला मार्किट थाने में नए कानून के तहत पहली FIR दर्ज की गई। जानकारी के अनुसार देर रात एक पुलिसकर्मी ने पेट्रोलिंग के समय एक व्यक्ति को रेलवे स्टेशन के पास सड़क पर रेहड़ी लगाकर पानी और गुटखा बेचते हुए देखा, जिससे लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही थी।हालांकि कई बार समझाने के बाद भी व्यक्ति यह बात नहीं माना और मजबूरी बताकर चला गया। जिसके बाद मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी ने उसका नाम व पता पूछकर नए कानून BNS की धारा 285 के तहत FIR दर्ज की और इस मामले में जांच शुरू की।
नए कानून के प्रमुख बिंदु:
महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा: दरअसल नए कानूनों में महिलाओं और बच्चों के प्रति होने वाले अपराधों के लिए कड़े प्रावधान किए गए हैं। इसके तहत महिलाओं के खिलाफ हिंसा और बच्चों के शोषण के मामलों में कठोर सजा का प्रावधान है।
जानवरों की सुरक्षा: जानवरों के प्रति होने वाले अत्याचार के मामलों में भी सख्त कानून बनाए गए हैं।
e-FIR की सुविधा: अब नागरिक अपने घर बैठे ही e-FIR दर्ज करा सकते हैं, जिससे अपराध की रिपोर्टिंग प्रक्रिया सरल और तेज हो गई है।
समाज में सुधार के प्रयास: सरकार ने नए कानूनों के जरिए समाज में सुधार और अपराध की रोकथाम के लिए नए कदम उठाए हैं।
बदलावों का असर:
जानकारी के अनुसार नए कानूनों के लागू होने से भारतीय न्याय प्रणाली में व्यापक परिवर्तन होने की उम्मीद है। सरकार ने इस कदम के जरिए अपराधों की जांच और सजा को और अधिक प्रभावी बनाने का प्रयास किया है, जिससे देश में कानून व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सके।
नए कानूनों के तहत पुलिस और न्यायालयों को नए प्रावधानों के अनुसार कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत पुलिस को नए कानूनों के अनुसार कार्रवाई करनी होगी और न्यायालयों को भी नए प्रावधानों के अनुसार मामले की सुनवाई करनी होगी।