Online fraud : फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। ठग अब नए-नए तरीकों से लोगों को ठग रहे हैं। इतना ही नहीं इन दिनों फर्जी ई-कॉमर्स वेबसाइट लोगों को ठगी का शिकार बना रही है। अब सोचने वाली बात यह है कि इन फर्जी वेबसाइट के पास आम लोगों के मोबाइल नंबर और एड्रेस कहां से पहुंचे? क्योंकि ठग लोगों के घर पर अब पत्र भेज रहे हैं और कॉल भी लगा रहे है। ये पत्र कुरियर व स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेजे जा रहे हैं। इन पत्रों में इनाम जितने की जानकारी दी जा रही है। जिसकी वजह से लोगों को झांसे में लेकर उन्हें ठगी का शिकार बनाया जा रहा है।
इन मामलों के बढ़ने के बाद अब पुलिस खुद लोगों से सतर्क रहने की अपील कर रही है। पुलिस द्वारा बताया गया है कि ठगों द्वारा पत्र भेजे जा रहे हैं जिसमें इनाम की जानकारी देकर लोगों से उनके बैंक अकाउंट और जानकारियां मांगी जा रही है। इसके लिए एक फॉर्मेट भी दिया गया है। जिसको भर कर मंगवाया जा रहा है। बड़ी बात तो ये है कि जो पत्र भेजे जा रहे है उसमें मोबाइल नंबर भी दिया जा रहा है। जिसमें ये सब जानकारियां मांगी जा रही है। हालांकि जो पत्र भेजे जा रहे है उसमें अभी कोलकाता का अड्रेस दिया जा रहा है।
अब सोचने वाली बात ये है कि ठगों के पास लोगों के घर के पते और मोबाइल नंबर कैसे पहुंचे। बताया जा रहा है कि कल ही जिले में ही फर्जी कलेक्टर बनकर सरपंच से ठगी करने मामला सामने आया है। अब ये बात बहुत बड़ी है कि आखिर सरपंच का नंबर इन ठगों के पास कैसे पंहुचा और इन लोगों को डर भी नहीं है। बिना डर के ये फ़ोन लगा कर उन्हें ठग रहे हैं। इस मामले को लेकर सरपंचों ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। इसके बाद पुलिस ने आरोपित को पकड़ भी लिया है और वो जेल में भी है।
लेकिन उसके अलावा और भी लोग ऐसे है जो ठगी को अंजाम दे रहे हैं। उन लोगों से सावधान रहना बेहद जरुरी है। दरअसल इन दिनों ऑनलाइन प्लेटफार्म से लोग सबसे ज्यादा शॉपिंग कर रहे हैं। ऐसे में कुछ फर्जी वेबसाइट होती है जो लोगों को पहले आकर्षित सामान से लुभाती है फिर उनकी जानकारी प्राप्त कर उन्हें ठगने का काम करती है। इसको लेकर मनीषा रावटे, एएसपी, कवर्धा का कहना है कि पुलिस विभाग द्वारा ऐसे मामलों को लेकर ग्रामीणों को जागरूक कर रही हैं। समय-समय पर विभाग द्वारा इससे संबंधित जानकारी ग्रामीणों को उपलब्ध कराई जाती हैं।