Largest Convention Center: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली के प्रगति मैदान में अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी सह सम्मेलन केंद्र परिसर देश की जनता को समर्पित करने वाले हैं। सितंबर में इस परिसर में जी-20 की बैठक प्रस्तावित की गई है। पीएमओ की ओर से यह दावा किया गया है कि यह देश का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर होने वाला है। आज हम आपको इस परिसर से जुड़ी खास जानकारियां बताते हैं।
2700 करोड़ की परियोजना
पीएमओ द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस परियोजना को 2700 करोड़ की लागत से किसी राष्ट्रीय परियोजना की तर्ज पर तैयार किया गया है। ये आईईसीसी परिसर देश के सबसे बड़े एमआईसीई गंतव्य के रूप में विकसित किया गया है। प्रगति मैदान के विकास को लेकर साल 2017 में सरकार द्वारा भारत व्यापार संवर्धन संगठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी तभी से ये कार्य जारी था।
देश में आयोजित की जाने वाली विभिन्न बैठकों प्रदर्शनों और सम्मेलनों की मेजबानी करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक कप विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा तैयार करने का दृष्टिकोण लेकर बैठे थे। इसी के चलते आईईसीसी को तैयार किया गया है।
भारतीय परंपराओं की झलक
इस शानदार से कन्वेंशन सेंटर का जो डिजाइन तैयार किया गया है, उसमें भारतीय परंपराओं की झलक देखने को मिलती है। इसका आकार शंख की तरह है और पंचतत्व यानी जल, वायु, अग्नि, पृथ्वी और आकाश के सार्वभौमिक आधार को भी इसमें रेखांकित किया गया है। 123 एकड़ में फैले इस परिसर में जीरो टू इसरो के तहत अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों को दर्शाया गया है। यहां के हॉल में 7000 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। एंफीथियेटर 3000 लोगों की क्षमता का बनाया गया है। ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में मौजूद ओपेरा हाउस की बैठक क्षमता 5500 से है, लेकिन भारत में बनाया गया ये कन्वेंशन सेंटर उससे ज्यादा लोगों को बैठाने की क्षमता रखता है।