PM Modi In Chennai : चेन्नई एयरपोर्ट के नए एकीकृत टर्मिनल के पहले चरण का उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। यह टर्मिनल भवन चेन्नई हवाई अड्डे के आधुनिकीकरण के दूसरे चरण का हिस्सा है। नया टर्मिनल इमारत कनेक्टिविटी को बढ़ाने और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने की उम्मीद है। यह ट्वीट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस महत्वपूर्ण घटना के बारे में जानकारी देने के लिए शेयर किया गया था। वहीं, इस उद्घाटन से पहले तमिलनाडु में सुरक्षा बढ़ाई गई है ताकि कोई भी अनुचित हादसे न हों।
देंगे ये सौगातें
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय चेन्नई दौरे पर हैं। इस दौरान वो विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास भी करते हुए तमिलनाडुवासियों को बड़ी सौगात देने जा रहे हैं। आज दोपहर करीब तीन बजे पीएम चेन्नई एयरपोर्ट पहुंचेंगे, जहां वो न्यू इंटीग्रेटेड टर्मिनल बिल्डिंग का उद्घाटन करेंगे।
The new integrated terminal building at #ChennaiAirport, spanning an area of 2,20,972 sqm., is set to cater to the growing air traffic in the state of Tamil Nadu. It’s also a reflection of the govt.’s commitment towards providing high-quality infrastructure to travellers. (1/3) pic.twitter.com/3UMtjpGi8v
— MoCA_GoI (@MoCA_GoI) April 5, 2023
जिसके बाद शाम 4 बजे वो वहां से सीधे एमजीआर चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन के लिए रवाना होंगे। इस दौरान वो चेन्नई-कोयम्बटूर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे और आखिरी में शाम के करीब 6 बजे वो अलस्ट्राम क्रिकेट ग्राउंड पहुंचेंगे, जहां पर वो सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
Vande Bharat Express is synonymous with pride, comfort and connectivity. The train between Secunderabad and Tirupati will benefit tourism, particularly spiritual tourism. It will also boost economic growth. https://t.co/UTb7vOQLrP
— Narendra Modi (@narendramodi) April 7, 2023
नए चेन्नई एयरपोर्ट की खासियत
- यह टर्मिनल बिल्डिंग 2,20,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैली हुई है।
- इस टर्मिनल बिल्डिंग की क्षमता है कि वह प्रति वर्ष लगभग 35 मिलियन यात्रियों को संभाल सकती है।
- आगमन और प्रस्थान क्षेत्रों में प्रत्येक में 54 आव्रजन काउंटर होंगे जो प्रवेश प्रक्रिया को तेज करेंगे।
- इस टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण लगभग ₹1,260 करोड़ में किया गया है और इसमें कोल्लम, साड़ी और मंदिरों जैसे पारंपरिक तत्व प्रदर्शित किए गए हैं।
- इस टर्मिनल बिल्डिंग में स्काईलाइट उपलब्ध है जो प्राकृतिक प्रकाश का उपयोग करके ऊर्जा संरक्षण के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- इस टर्मिनल बिल्डिंग में यात्रियों की सुरक्षा के लिए एक स्वचालित दुर्घटना प्रतिक्रिया सेवा है, जो अवांछित घटनाओं का सम्बंधित अधिकारियों को सूचित करती है।
- इसके अलावा, सुरक्षा के लिए एक संगठित और स्थायी सुरक्षा प्रणाली है, जिसमें स्कैनर, फ्रिस्किंग मशीन, एक्स-रे मशीन, कैमरे और वॉकी-टॉकी शामिल हैं।
- कैरी-ऑन बैगेज के लिए 11 स्वचालित ट्रे रिट्रीवल सिस्टम (एटीआरएस) और 33 रिमोट बोर्डिंग गेट एक आसान सुरक्षा जांच प्रक्रिया सुनिश्चित करेंगे। इसके अलावा, यह सिस्टम एयरपोर्ट कर्मचारियों को भी सुरक्षा जांच प्रक्रिया में मदद करता है।
सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की रखेंगे आधारशिला
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा 1,275 रेलवे स्टेशनों के कायाकल्प की योजना है। इसके तहत, रेलवे स्टेशनों के मौलिक सुविधाओं के विस्तार व् उन्नयन के साथ-साथ रेलवे स्टेशनों को स्वच्छ बनाने और उन्हें हरित बनाने का भी लक्ष्य है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए भी आधारशिला रखी हैं। इससे लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और स्टेशन को आकर्षक बनाया जाएगा। इसके लिए पीएम ने ट्वीट कर कहा कि, सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास बुनियादी ढांचे के उन्नयन की महत्वपूर्ण परियोजना है, जिससे असंख्य लोगों को लाभ होगा।
An important infrastructure upgradation project due to which countless people will benefit. https://t.co/VGwC8msnMc
— Narendra Modi (@narendramodi) April 7, 2023
720 करोड़ रुपये होंगे खर्च
बता दें कि यह एक बड़ा प्रोजेक्ट है, जिसके लिए 720 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सिकंदराबाद स्टेशन के पुनर्विकास से यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और उन्हें एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इस प्रोजेक्ट के तहत द्विस्तरीय स्पेशियस रूफ प्लाजा, मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी की सुविधा और पर्याप्त पार्किंग उपलब्ध होगी। इसके अलावा, सौर ऊर्जा संयंत्र के साथ बनाए जाने वाले स्टेशन का आकार भी बढ़ाया जाएगा ताकि यह अधिक संख्या में यात्रियों को समायोजित कर सके।
यात्रियों को बेहतर मिलेंगी सुविधाएं
कायाकल्प योजना के पहले चरण के अंतर्गत चुने गए 199 रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाने का मुख्य उद्देश्य है। इस योजना के जरिए सरकार भारत की रेलवे सेवाओं को उन्नत बनाने का काम कर रही है। इसमें सम्मिलित स्टेशनों में नए प्लेटफर्म, फुली एसी लाउंज, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, सॉलर पैनल्स आदि जैसी तकनीकी सुविधाएं शामिल होंगी। इससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और रेलवे सेवाएं भी बेहतर होंगी।