दरअसल, लंबे समय से गुजरात पुलिस के कर्मचारी ग्रेड पे में बढ़ोतरी की मांग कर रहे है, इसको लेकर वे कई बार प्रदर्शन और आंदोलन भी कर चुके है, लेकिन कोई हल नहीं निकला। इसी बीच आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर जब आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बुधवार को गुजरात दौरे पर पहुंचे तो एक युवा पुलिसकर्मी की बेटी ने उन्हें पत्र लिखा और पुलिसकर्मियों के वेतन भत्तों के बारे में जिक्र किया।
इस पर सीएम केजरीवाल ने कहा कि देश के बाकी हिस्सों की तुलना में गुजरात में पुलिसकर्मियों को सबसे कम वेतन मिलता है। कोई व्यक्ति सिर्फ 20,000 रुपये महीने में अपना घर कैसे चला सकता है? गुजरात में पुलिसकर्मियों के वेतनमान और काम करने की स्थिति में सुधार की उम्मीद है। हम एक अच्छे वेतन और एक स्वस्थ कार्य-जीवन संतुलन का आश्वासन देते हैं, मैं सभी पुलिसकर्मियों को अपना काम करने के लिए धन्यवाद देता हूं और उनसे आम आदमी पार्टी को सरकार बनाने में मदद करने का आग्रह करता हूं।
MP : अधिकारी-कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण खबर, 13 अगस्त तक प्रस्ताव आमंत्रित, विभाग के महत्वपूर्ण निर्देश, मिलेगा बड़ा लाभ
पुलिसकर्मी की बेटी के पत्र और उस पर केजरीवाल के जवाब ने गुजरात सरकार में हलचल मचा दी, जिसके बाद राज्य सरकार ने भी पुलिसकर्मियों के ग्रेड पे में संशोधन या भत्तों में बढ़ोतरी के संकेत दिए है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के साथ इस संबंध में चर्चा की, जिसमें इस पर सहमति की खबर है। संभावना जताई जा रही है कि 15 अगस्त को मुख्यमंत्री खुद पुलिस ग्रेड पे की घोषणा कर सकते हैं। खबर तो यह भी है कि पुलिस ग्रेड पे के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है।
बता दे कि गुजरात पुलिस विभाग में सेवारत पुलिस कांस्टेबलों को 1800 रुपये ग्रेड पे और हेड कांस्टेबल को 2200 ग्रेड पे दिया जा रहा है। मांग की गई कि एएसआई को 2400, सिपाही को 2800, आरक्षक को 33 हजार और हेड कांस्टेबल को 3600 ग्रेड पे मिले। इस मामले में कई बार ज्ञापन भी दिया गया।