नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। UP Election उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आ चुका है। इसलिए चुनाव की सरगर्मियां भी तेज हो चुकी है। कोई भी नेता दूसरे नेता पर बयानबाजी करने से नहीं चूक रहा है। साथ ही भगवान की जाति बताकर वोटरों को साधने का सिलसिला तेज हो गया है। इसी क्रम में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने बुधवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने पर तीन पैसेंजर के साथ बाइक की सवारी करने के लिए चालान माफ करने का एक विचित्र वादा कर दिया है।
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उन्होंने कहा कि जब “एक ट्रेन 70 सीटों पर 300 यात्रियों को ले जाती है और उसका चालान नहीं बनता है तो तीन लोग बाइक चलाते हैं तो उनका चालान क्यों? जब हमारी सरकार सत्ता में आएगी तो तीन सवार मुफ्त में बाइक चला सकेंगे, नहीं तो हम जीपों और ट्रेनों का चालान कर देंगे। वहीँ बलिया जनपद के चितबड़ागांव में सपा-सुभासपा के कार्यकर्ता महापंचायत में ओमप्रकाश राजभर ने विवादित बयान देते हुए हनुमान को दलित बता दिया।
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राजभर अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले, राजभर ने भाजपा पर लखीमपुर खीरी हिंसा के दौरान चार किसानों की हत्या के आरोपी अजय मिश्रा टेनी जैसे लोगों द्वारा “परेशान” करने का आरोप लगाया था। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली कैबिनेट में एक पूर्व मंत्री राजभर ने यह भी आरोप लगाया है कि भाजपा में पिछड़ों और दलितों के लिए कोई सम्मान नहीं मिलता है, और बढ़ती बेरोजगारी के बीच नौकरियों की मांग करने वाले छात्रों पर अत्याचार किया जा रहा है।
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राजभर के बयान पर प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ‘‘अज्ञानता की पराकाष्ठा है, वैसे भी स्वाभाविक रूप से अखिलेश जी और उनके साथियों का कानून व्यवस्था पर कभी विश्वास ही नहीं रहा। अब उन्हें यही नहीं मालूम की मोटर व्हीकल एक्ट जो है, ये सेंट्रल मोटर व्हीकल एक्ट है और इसे राज्य को बदलने का मेरे ख्याल से अधिकार नहीं है। कानून और कानून व्यवस्था, सपा और सपा और उनके समर्थकों को मेरे ख्याल से समझ में नहीं आता।’’ अब आगे का वीडियो देखकर आप खुद ही यह समझ सकते हैं कि नरोत्तम मिश्रा ने राजभर के बयान का किस तरह से जवाब दिया है।