AICC Secretary: बागी विधायक सुधीर शर्मा पर गिरी गाज, कांग्रेस ने AICC के सचिव पद से हटाया
कांग्रेस की तरफ से सचिव पद से हटाए जाने के तुरंत बाद सुधीर शर्मा ने फेसबुक पर अपनी प्रतिक्रिया साझा किया। इस दौरान उन्होंने लिखा कि भार मुक्त तो ऐसे किया है जैसे सारा बोझ मेरे ही कंधों पर था।
AICC Secretary Removed: कांग्रेस के बागी पूर्व विधायक सुधीर शर्मा के खिलाफ 6 मार्च 2024 को बड़ी कार्रवाई की है। सुधीर शर्मा को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) के सचिव के पद से से हटा दिया है। दरअसल, हाल ही में संपन्न हुए राज्यसभा चुनाव के दौरान हिमाचल प्रदेश की सीट पर क्रॉस वोटिंग की थी। इस संबंध में कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कांग्रेस अध्यक्ष के आदेशानुसार लेटर जारी कर तत्काल प्रभाव से सचिव पद से हटाया है।
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फेसबुक पर दी अपनी प्रतिक्रिया
कांग्रेस की तरफ से सचिव पद से हटाए जाने के तुरंत बाद सुधीर शर्मा ने फेसबुक पर अपनी प्रतिक्रिया साझा किया। इस दौरान उन्होंने लिखा कि भार मुक्त तो ऐसे किया है जैसे सारा बोझ मेरे ही कंधों पर था। इसके साथ ही कहा कि चिंता मिटी, चाहत गई, मनवा बेपरवाह, जिसको कछु नहीं चाहिए, वो ही शहंशाह।
सुधीर शर्मा लगातार आला कमान पर हमले कर रहे थे। वहीं बजट पास होने के समय में विधानसभा में मौजूद नहीं थे और राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग की थी। जिसके कारण उन्हें पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने के मामले में विधानसभा अध्यक्ष ने सदस्यता रद्द कर दी थी। आपको बता दें सुधीर शर्मा धर्मशाला से विधायक चुने गए थे। जिसके बाद उन्हें ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी का सचिव भी बनाया गया था।
इन विधायकों की भी सदस्यता हुई थी रद्द
आपको बता दें हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया की तरफ से 6 विधायकों के खिलाफ 29 फरवरी को दलबदल कानून के तहत सदस्यता रद्द करने की कार्रवाई की गई थी। जिसमें विधायक सुधीर शर्मा के अलावा रवि ठाकुर, चैतन्य शर्मा, इंद्रदत्त लखनपाल, राजेंद्र राणा और देवेंद्र कुमार भुट्टो के नाम शामिल हैं।
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Shashank Baranwal
पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–
खींचो न कमानों को न तलवार निकालो
जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो
मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।