Mahila Samman Scheme: महिलाओं के खाते में आएंगे हर महीने 1500 रुपए, कैबिनेट मीटिंग में लगी फैसले पर मुहर, सीएम ने दी जानकारी

विधानसभा चुनाव-2022 में हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की तरफ से महिलाओं को 18 साल की आयु से ज्यादा की महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपए देने का वादा किया गया था।

Shashank Baranwal
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Mahila Samman Scheme: हिमाचल सरकार ने अपने विधानसभा चुनाव के मेनिफेस्टो में किए वादे पर आज मुहर लगा दी है। सुक्खू कैबिनेट ने महिलाओं को हर महीने नारी सम्मान योजना के तहत दिए जाने वाले ₹1500 की राशि पर निर्णय लेकर अपने चुनावी वादे को पूरा किया है। दरअसल, गुरूवार को सीएम मुख्यमंत्री सुखविंदर सिहं सुक्खू ने मंत्रीमंडल की बैठक की। इस दौरान उन्होंने आम जनता से जुड़े कई मुद्दों पर निर्णय लिए।

महिलाओं के मिलेंगे हर महीने 1,500 रुपए

गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव-2022 में हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की तरफ से महिलाओं को 18 साल की आयु से ज्यादा की महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपए देने का वादा किया गया था। जिस पर आज मंत्रिमंडल की बैठक में सरकार ने मोहर लगा दी है। अब प्रदेश की 18 से लेकर 59 साल की पात्र महिलाओं को हर महीने इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि के तहत एक हजार पांच सौ रुपए की धनराशि उनके खाते में भेजी जाएगी। खास बात यह है कि यह योजना मासिक पेंशन के तहत 18 साल से ज्यादा की महिलाओं को जीवनभर के लिए धनराशि दी जाएगी।

इन फैसलों पर भी लगी मोहर

इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने एमएससी और कंप्यूटर शिक्षकों के मामले पर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की अध्यक्षता में विचार विमर्श किया गया। इस दौरान 2,401 शिक्षकों को अनुबंध के तहत लाकर कुछ दिनों में नियमित करके सरकारी नौकरी में शामिल कर लिया जाएगा। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश वन विभाग के इंजीनियरिंग स्टाफ को लेकर भी निर्णय लिया गया है।

 


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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