वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री की तबीयत बिगड़ी, दिल्ली के अस्पताल में कराया भर्ती

Pooja Khodani
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। एक तरफ हरियाणा सरकार में स्वास्थ्य और गृह मंत्री अनिल विज अस्पताल में इलाजरत है, वही दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पंडित सुखराम (Former Union Minister Pandit Sukh Ram) की तबीयत अचानक बिगड़ गई है, उन्हें आनन-फानन में दिल्ली ले जाया गया है, जहां उनका एक बड़े अस्पताल में इलाज जारी है।इसकी जानकारी उनके पोते आश्रय शर्मा ने फेसबुक के माध्यम से दी है।

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दरअसल, पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पंडित सुखराम की रविवार को अचानक तबीयत खराब होने पर उन्हें दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया है। 94 वर्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम को यूरिन इन्फेक्शन के चलते अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।हालांकि यह समस्या उन्हें काफी दिनों से बनी हुई है, लेकिन स्थिति गंभीर होने के चलते उन्हें दिल्ली लाया गया है। फिलहाल वे डॉक्टरों की निगरानी में है और जांच के बाद ही आगे की स्थिति के बारे में पता चल पाएगा।

पोते आश्रय शर्मा ने फेसबुक पर एक पोस्ट के माध्यम से बताया है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम जी पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे हैं। उन्हें उपचार के लिए दिल्ली (Delhi) लाया गया है। हमें पूर्ण विश्वास है कि वो देवी देवताओं के आशीर्वाद और आप सभी की दुआओं से जल्द ही पूरी तरह स्वस्थ होंगे।

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बता दे कि हाल ही में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (Kalyan Singh) का निधन हो गया है, जिनका अंतिम संस्कार आज बुलंदशहर जनपद के नरौरा में गंगा तट पर बासी घाट पर किया जाएगा। इसके लिए उनका पार्थिव शरीर अतरौली ले जाया जा रहा है। वही दूसरी तरफ हरियाणा सरकार (Haryana Government) में स्वास्थ्य और गृह मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ऑक्सीजन लेवल कम होने के चलते अस्पताल में भर्ती है। स्वास्थ्य ठीक ना होने के चलते वे विधानसभा के मानसून सत्र में भी शामिल नहीं हो पाएंगे।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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