सुभाष चंद्र बोस ने आज ही बनाई थी भारत की पहली स्वतंत्र आज़ाद हिंद सरकार

Shruty Kushwaha
Published on -

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। 21 अक्टूबर का दिन भारतीय इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण है। 1943 में आज के दिन नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose) ने आजाद भारत की पहली स्वतंत्र अस्थायी आज़ाद हिंद सरकार (Azad Hind Sarkar) बनाई थी। इसे आजाद हिंद सरकार के नाम से पुकारा जाता है। आजाद हिंद सरकार को जापान, जर्मनी, फिलिपींस, चीन, कोरिया, इटली, आयरलैंड समेत 9 देशों ने मान्यता दी थी। वहीं फौज को आधुनिक तरीके ये युद्ध करने के लिए जापान ने काफी सहायता की। अंडमान और निकोबार द्वीप जापान ने ही आज़ाद हिंद सरकार को सौंपे।

उम्मीदवारों के लिए अच्छी खबर, 30 नवंबर तक होगी 413 पदों पर भर्ती, मिलेगा लाभ

‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ का नारा देने वाले स्वतंत्रता सेनानी नेता सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्व में 21 अक्टूबर को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सिंगापुर में आजाद हिंद सरकार का गठन हुआ। इसके बाद नए सिरे से आजाद हिंद फौज को स्वतंत्रता आंदोलन के लिए खड़ा किया गया। आजाद हिंद सरकार के पास अपनी फौज, करेंसी, डाक टिकिट से लेकर बैंक भी था। सुभाष चंद्र बोस को इस सरकार का राष्ट्रपति, प्रधाननंत्री, रक्षामंत्री और विदेश मंत्री माना जाता था।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस का उद्देश्य ब्रिटिश सरकार को ये दिखाना था कि भारतीय अपना देश और सरकार खुद चलाने मे सक्षम हैं। उनका काफी प्रभाव था और उस समय कई महिलाओं ने इस सरकार को अपने गहने तक दान में दिए थे। आज आजाद हिंद सरकार की स्थापना दिवस पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सुभाष चंद्र बोस को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी है। उन्होने लिखा है कि ‘आज का दिन भारत के लिए उत्साह, उल्लास और गर्व का दिन रहा है। 1943 में आज ही के दिन नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने भारत की अस्थायी आजाद हिन्द सरकार की स्थापना कर ब्रिटिश सरकार को सक्षम भारतवासियों के गुण से परिचित कराया था। गौरव और सम्मान के इस दिन की सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई।’

 


About Author
Shruty Kushwaha

Shruty Kushwaha

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

Other Latest News