पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना बुधवार को राजधानी दिल्ली स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ED) के कार्यालय पहुंचे। ईडी उनसे एक कथित अवैध सट्टेबाजी ऐप 1xBet से जुड़े धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत पूछताछ कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, रैना से इस ऐप के साथ उनके व्यावसायिक और वित्तीय संबंधों को लेकर सवाल-जवाब किया जाएगा।
दिसंबर 2024 में बने थे ब्रांड एंबेसडर
1xBet, जो भारत में कानूनन अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म माना जाता है, ने दिसंबर 2024 में सुरेश रैना को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया था। कंपनी ने उस समय घोषणा की थी कि रैना के साथ उनकी साझेदारी फैंस को “बेटिंग के अनुभव” से जोड़ने में मदद करेगी। इस बयान के बाद से ही खेल जगत और सोशल मीडिया में विवाद खड़ा हो गया था, क्योंकि भारत में ऐसे ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफॉर्म प्रतिबंधित हैं।
ईडी की जांच का फोकस
ईडी का ध्यान यह जानने पर है कि रैना का इस कंपनी से जुड़ाव केवल विज्ञापन और प्रमोशन तक सीमित था या फिर कोई वित्तीय लेन-देन भी हुआ था, जिससे मनी लॉन्ड्रिंग का मामला बन सकता है। एजेंसी इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इन विज्ञापनों से जनता को अवैध बेटिंग में शामिल होने के लिए प्रेरित किया गया। सूत्र बताते हैं कि ईडी के पास 1xBet और इसी तरह के अन्य प्लेटफॉर्म्स के खिलाफ कई अलग-अलग केस फाइल हैं। आरोप है कि इन प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से करोड़ों रुपये की ठगी हुई है और बड़ी मात्रा में टैक्स चोरी भी की गई है।
अन्य बड़े नाम भी जांच के घेरे में
सुरेश रैना से पहले, इसी मामले में पूर्व भारतीय क्रिकेटर्स हरभजन सिंह और युवराज सिंह, बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद और अभिनेत्री उर्वशी रौतेला से भी ईडी पूछताछ कर चुकी है। इन सभी हस्तियों पर आरोप है कि उन्होंने अवैध बेटिंग ऐप्स का प्रचार-प्रसार किया और विज्ञापनों के बदले में भुगतान प्राप्त किया। हालांकि, अब तक किसी भी सेलेब्रिटी पर औपचारिक आरोप तय नहीं हुए हैं।
भारत में बेटिंग कानून और विवाद
भारत में पब्लिक गैंबलिंग एक्ट 1867 और विभिन्न राज्यीय कानूनों के तहत सट्टेबाजी अवैध है, सिवाय कुछ राज्यों में लॉटरी और घुड़दौड़ जैसे अपवादों के। ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफॉर्म्स, खासकर विदेशी सर्वर पर संचालित होने वाले, भारतीय कानून से बचने के लिए तकनीकी खामियों का फायदा उठाते हैं। ईडी और अन्य एजेंसियां ऐसे मामलों में यह जांच करती हैं कि क्या इन कंपनियों ने भारतीय ग्राहकों से प्राप्त रकम को विदेशी खातों में ट्रांसफर कर मनी लॉन्ड्रिंग की है।
ईडी का सख्त रुख
पिछले कुछ वर्षों में प्रवर्तन निदेशालय ने ऐसे मामलों में जांच की गति तेज कर दी है। एजेंसी का मानना है कि बेटिंग ऐप्स न केवल आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं बल्कि युवाओं को जुए की आदत में भी डाल रहे हैं। कई मामलों में देखा गया है कि खिलाड़ी और फिल्मी सितारे अपनी लोकप्रियता का इस्तेमाल करके इन प्लेटफॉर्म्स को प्रमोट करते हैं, जिससे उनकी पहुंच छोटे शहरों और कस्बों तक बढ़ जाती है।
रैना की चुप्पी
अब तक सुरेश रैना ने इस मामले पर कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है। हालांकि, उनके करीबी सूत्रों का कहना है कि रैना ने ईडी को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है और उनका मानना है कि उन्होंने कोई गैरकानूनी कार्य नहीं किया। ईडी की पूछताछ के बाद एजेंसी तय करेगी कि रैना से दोबारा बयान लेना है या नहीं। अगर जांच में वित्तीय अनियमितताओं के सबूत मिलते हैं, तो उनके खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा सकती है।
1xBet और इस तरह के अवैध बेटिंग प्लेटफॉर्म्स पर चल रही यह जांच केवल क्रिकेटरों या सेलेब्रिटीज तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें कई कंपनियां, एजेंट और वित्तीय चैनल भी शामिल हो सकते हैं। सुरेश रैना का नाम जुड़ना इस बात का संकेत है कि ईडी अब बड़े और लोकप्रिय नामों को भी जांच के दायरे में लाने से नहीं हिचक रही। जांच के नतीजे आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि रैना का जुड़ाव केवल एक विज्ञापन तक था या मामला उससे कहीं ज्यादा गंभीर है।





