तेलंगाना, डेस्क रिपोर्ट। देशभर में कांग्रेस पार्टी (congress party) के लिए भी कुछ भी सही नहीं चल रहा है। राजस्थान (rajasthan) और पंजाब (punjab) में कांग्रेस के बीच हुए रार का मामला अभी ठंडा नहीं हुआ कि तेलंगाना में एक बार फिर से कांग्रेस के अंदर ही घमासान छिड़ा हुआ है। इस मामले में अब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव कौशिक रेड्डी (kaushik reddy) ने ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद अपना इस्तीफा सौंप दिया है। सोनिया गांधी (sonia gandhi) को भेजे अपने इस्तीफे के साथ ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव कौशिक रेड्डी ने प्रदेशाध्यक्ष रेवंथ रेड्डी पर पद पाने के लिए 50 करोड़ रुपए की घूस देने का आरोप लगाया है।
इसके साथ ही कौशिक रेड्डी ने इस्तीफा देने के दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दामोदर राजा नरसिम्हा, श्रीधर बाबू सहित कई सीनियर नेताओं ने मिलकर रेवंथ रेड्डी को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बना दिया है जबकि सांसद ने इस पद को पाने के लिए AICC प्रदेश प्रभारी मणिकम टैगोर को 50 करोड़ रुपए दिए हैं।
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तेलंगाना प्रभारी मनिकम टैगोर ने एक ट्वीट में आरोपों का खंडन करते हुए टैगोर ने कहा कि आरोप ‘झूठे’ हैं और राजनीति से प्रेरित हैं। “केसीआर के प्रति वफादार लोग हमेशा मुझ पर झूठे आरोप लगाते हैं क्योंकि मेरा प्राथमिक कर्तव्य टीआरएस को हराना है। मेरे वकील मानहानि के लिए नोटिस जारी करेंगे और शिकायत मदुरै में दर्ज की जाएगी। मदुरै कोर्ट में आपका स्वागत है।
टीपीसीसी ने कौशिक रेड्डी को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया, जब एक वायरल ऑडियो क्लिप ने कथित तौर पर तेलंगाना राष्ट्र समिति के कार्यकर्ताओं को आगामी हुजूराबाद विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे थे। खबरों के मुताबिक रेड्डी को कथित तौर पर विजेंदर को उपचुनाव से पहले निर्वाचन क्षेत्र के युवाओं को पैसे देने के लिए कहते सुना जा सकता है।