Army Day: भारतीय सेना हमारे देश की वो ताकत है जिनकी बहादुरी और वीरता के बल पर ही हम अपने-अपने घरों में चैन की नींद सो पाते हैं। देश की सीमाओं पर डटे हुए जवान लगातार हमारी सुरक्षा में मुस्तैद रहते हैं हम अपना जीवन बहुत ही आसानी से गुजार पाते हैं। आज 15 जनवरी का दिन विशेष तौर पर भारतीय सेना के वीर जवानों को समर्पित है और इसे ‘आर्मी डे’ के नाम से मनाया जाता है। आज भारतीय सेवा अपना 76वां आर्मी डे मनाने वाली है और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस मौके पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाने वाला है। चलिए आज हम आपको इस खास दिन के बारे में जानकारी देते हैं।
कब बनी इंडियन आर्मी
‘आर्मी डे’ के बारे में जान लेने से पहले आपको इंडियन आर्मी के बारे में पता कर लेना चाहिए। आपको बता दें कि जब हमारा देश गुलाम था तब ही भारतीय सेना बन गई थी। 1 अप्रैल 1995 में इसकी शुरुआत ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना से हुई थी। बाद में इसे ब्रिटिश भारतीय सेना के नाम से पहचाना जाने लगा और स्वतंत्रता के बाद यह राष्ट्रीय सेना के रूप में पहचाने जाने लगी। 1949 में आजादी के 2 साल बाद भारतीय सेना को प्रमुख मिला जो के. एम. करिअप्पा थे।
क्यों मनाया जाता है Army Day
15 जनवरी को सेना दिवस हर साल धूमधाम के साथ मनाया जाता है। बता दें कि 200 साल ब्रिटिश शासन होने के बाद 15 अगस्त 1947 को भारत को स्वतंत्रता मिली। उस समय देश में सांप्रदायिक दंगों का दौर चल रहा था। कोई पाकिस्तान जा रहा था तो कोई वहां से पलायन कर रहा था। अराजकता के इस माहौल में कई तरह की समस्याएं हो रही थी और इसे नियंत्रण में करने के लिए सेना को मैदान में उतारा गया। 15 जनवरी वही दिन था जब सेना को पहले फील्ड मार्शल मिला था इसलिए यह दिन हमेशा के लिए सेना दिवस के रूप में मनाया जाने लगे। भारत के लिए बलिदान करने वाले और राष्ट्र की रक्षा के लिए समर्पित रहने वाले सैनिकों का सम्मान करने के उद्देश्य से इस दिन को मनाया जाता है।
क्या है महत्व
हमारे देश में तीन अलग-अलग सेना है और इन सभी के मुख्यालय में सेवा दिवस मनाया जाता है। इस दिन सेना के उन सैनिकों को सम्मान दिया जाता है जो अपने देश के लिए प्राण न्योछावर करने को तैयार हैं। इस दिन उन सैनिकों को सलामी दी जाती है जिन्होंने देश की एकता और अखंडता के लिए अपना सब कुछ त्याग दिया।
होते हैं आयोजन
इस खास दिन को अनोखे अंदाज में मनाया जाता है। इस दिन सभी सेना मुख्यालयों पर परेड आयोजित होती है। इस परेड में सैनिकों के शौर्य और देशभक्ति का प्रदर्शन बखूबी देखने को मिलता है। इस दौरान भारतीय सेना प्रमुख परेड की सलामी लेते हैं और यह सम्मानजनक परंपरा सालों से चली आ रही है। इस परेड के दौरान भारतीय सेना के रक्षा उपकरणों के प्रदर्शन के साथ विभिन्न तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।