लखनऊ, डेस्क रिपोर्ट। अलग अलग वेदर सिस्टमों के कारण उत्तर प्रदेश के मौसम में बार बार बदलाव देखने को मिल रहा है। कहीं मध्यम से तेज बारिश तो कहीं तेज धूप तो कही कोहरे का असर देखने को मिल रहा है। यूपी मौसम विभाग (UP Meteorological Department) ने आज 15 जिलों में गरज चमक के साथ मध्यम से भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसके लिए येलो, ऑरेंज और ग्रे अलर्ट जारी किया गया है। विभाग की मानें तो अक्टूबर के तीसरे हफ्ते तक बारिश का दौर जारी रहेगा, इसके बाद आखरी सप्ताह में राहत मिलेगी और ठंड की दस्तक होगी।
यूपी मौसम विभाग ने आज 12 अक्टूबर बुधवार को 15 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। आज बाराबंकी, बहराइच, लखनऊ, उन्नाव, गोरखपुर, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, महाराजगंज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, गोंडा, बरेली, हाथरस, महोबा, जालौन और इसके आसपास के कुछ जिलों में सामान्य बारिश हो सकती है। 13 व 14 अक्तूबर को भी राज्य के कुछ हिस्सों में छिटपुट बारिश हो सकती है। 15-20 अक्टूबर के बाद मौसम का रुख साफ होने और बादलों की विदाई का संकेत है।अगले दो दिनों तक प्रदेश के कई शहरों में भारी बारिश के साथ बिजली गिरने की भी चेतावनी जारी की है।
मध्य प्रदेश की ऊपरी हवाओं में एक चक्रवाती हवा का क्षेत्र बना हुआ है और अरब सागर से लेकर उत्तर प्रदेश से सटे मध्य प्रदेश तक निम्नवायुदाब की एक पट्टी भी मौजूद है। वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ हिमालय पर अक्षीय रेखा के रूप में बनने के कारण उत्तर पश्चिमी हवा भी तेज गति से आ रही हैं, जिससे बादल बंगाल की खाड़ी की ओर जा रहे है।वही उत्तरी तमिलनाडु और आसपास के क्षेत्र पर भी एक चक्रवाती हवा का क्षेत्र बना हुआ है, जिससे बादलों की रेखा तमिलनाडु के ऊपर से पूर्वोत्तर राजस्थान तक फैली है। इन मौसम प्रणालियों के कारण बादल छाने के साथ बारिश का दौर जारी है।
अमूमन बारिश का मौसम 15 जुलाई से 15 सितंबर के बीच माना जाता है, लेकिन बार बार पश्चिमी विक्षोभ, चक्रवाती हवाओं, बंगाल की खाड़ी व अरब सागर से आ रही नमी और मानसून ट्रफ के सक्रिय होने कारण मौसम पर प्रभाव पड़ रहा है और बारिश का दौर जारी है। उत्तर प्रदेश में आज यानी बुधवार को अधिकांश जिलों में मध्यम से तेज बारिश हो सकती है। आज पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर गरज चमक के साथ बारिश होगी, जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश धीमी हो जाएगी। 13 अक्टूबर गुरुवार से केवल उत्तर प्रदेश के स्थानीय इलाकों में बिजली गिरने के साथ बारिश होगी।
18 जिलों के 1370 गांव बाढ़ की चपेट में
वर्तमान में प्रदेश के 18 जिलों के 1370 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं, जिनमें बलरामपुर के सबसे ज्यादा 287 गांव, सिद्धार्थनगर में 129, गोरखपुर में 120, श्रावस्ती में 114, गोंडा में 110, बहराइच में 102, लखीमपुर खीरी में 86 और बाराबंकी में 82 गांव शामिल है।वही पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में वर्षा और बाढ़ जनित हादसों में छह लोगों की मौत हो गई। प्रदेश में अतिवृष्टि से तीन, आकाशीय बिजली गिरने, सर्पदंश तथा डूबने से एक-एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है।
सीएम ने मंत्रियों-अधिकारियों को दिए निर्देश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए है कि मंत्री अपने प्रभार वाले मंडलों और जनपदों में तत्काल दौरा कर राहत एवं बचाव शुरू करें। अतिवृष्टि से प्रभावित सभी जिलों में राहत एवं पुनर्वास कार्य तेज करने और एडीएम और जाइंट मैजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में जनपदीय कंट्रोल रूम को 24×7 क्रियाशील रखने के निर्देश दिए हैं।
पिछले 24 घंटे का बारिश का रिकॉर्ड
- अक्टूबर माह में 12 दिनों में ही सामान्य से 137.9 मिलीमीटर अधिक बारिश हुई है बीते 24 घंटे में 10.2 मिलीमीटर बारिश पूरे प्रदेशभर में रिकॉर्ड की गई। यह औसत अनुमान से 1% होने से 978% ज्यादा है।
- सोमवार 10 अक्तूबर की शाम साढ़े पांच बजे से मंगलवार 11 अक्तूबर की सुबह साढ़े आठ बजे के बीच प्रदेश में सबसे अधिक 11 सेंटीमीटर बारिश बाराबंकी के रामनगर में हुई।
- बहराइच के केसरगंज में नौ, बाराबंकी के हैदरगढ़ में आठ, बरेली के नवाबगंज में आठ, जालौन के उरई में सात, अयोध्या, चित्रकूट के कर्बी, लखनऊ के बनी, बाराबंकी के रामसनेही घाट व नवाबगंज तहसील, लखनऊ, बाराबंकी के फतेहपुर व बहराइच में 5-5 सेण्टीमीटर बारिश दर्ज की गई।