UP Weather: 24 घंटे में फिर बदलेगा मौसम, इन जिलों गरज चमक के साथ भारी बारिश का अलर्ट, जानें विभाग का पूर्वानुमान

Pooja Khodani
Published on -
weather alert today

लखनऊ, डेस्क रिपोर्ट। चक्रवात ‘नोरु‘ के कारण बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने चक्रवाती परिसंचरण के कारण 4 अक्टूबर से उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हल्की से मध्यम तो कहीं तेज बारिश के संकेत है। यूपी मौसम विभाग (UP Meteorological Department) की मानें तो आज सोमवार में बदलाव होगा और हवाओं के साथ कई हिस्सो में बादल छाने के साथ हल्की बारिश के आसार है। वही 4 और 5 अक्टूबर से कई जिलों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है।कहीं कहीं वज्रपात की भी आशंका बनी हुई है।

UP Weather: सुपर चक्रवात ‘नोरु‘ का दिखेगा असर, 2 दिन बाद बदलेगा मौसम, इन जिलों में बारिश के आसार, जानें विभाग का पूर्वानुमान

यूपी मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव के क्षेत्र के कारण 4 अक्टूबर से बारिश के आसार हैं।अगले तीन दिनों तक पूर्वांचल में कुछ स्थानों पर बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इलाकों में 6 और 7 अक्टूबर, पूर्वी उत्तर प्रदेश में 5 से 7 अक्टूबर के बीच मध्यम से तेज बरसात होने की संभावना है। दिवाली के बाद 15 से 20 नवंबर के बाद गुलाबी ठंडी का अहसास होने लगेगा। ग्रामीण इलाकों में 20 नवंबर के बाद हल्का कोहरा दिखेगा तो हवाओं के रुख के चलते वाराणसी व पूर्वांचल में बारिश भी होगी।

MP Weather: 24 घंटे में एक्टिव होगा नया सिस्टम, 1 दर्जन जिलों में बारिश के आसार, जानें विभाग का पूर्वानुमान-शहरों की स्थिति

यूपी मौसम विभाग के अनुसार,बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य में एक निम्न वायुदाब क्षेत्र और एक चक्रवाती हवा का क्षेत्र 10 हजार से 18 हजार फीट की ऊंचाई पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बना हुआ है, ऐसे में 5 से 8 अक्टूबर तक बारिश के आसार है। लखनऊ, वाराणसी और गोरखपुर में 4-5 अक्टूबर के साथ  नोएडा और गाजियाबाद 6-7 अक्टूबर को छिटपुट बारिश की संभावना हैं। तापमान गिरने और नमी के कारण मेरठ में कोहरा छाने लगा है, अक्टूबर में तापमान गिरने से ठंडक बढ़ेगी। 5 दिनों के अंदर आगरा से मानसून वापस हो जाएगा।वाराणसी में पूरे सप्‍ताह बादलों की आवाजाही और बूंदाबांदी होने की संभावना है।


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News