Vice President Dhankhar insult : निलंबित टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी द्वारा उप राष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री करने के मामले ने बड़ा रूप ले लिया है, देश के दूसरे सबसे बड़े संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को इस तरह अपमानित करने पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दुःख जताया है, राष्ट्रपति ने ट्वीट कर लिखा , मुझे निराशा हुई, पीएम मोदी ने की फोन पर बात, पूर्व सांसद ने सांसदों से मांफी मांगने की अपील की।
संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में सदन में चल रहे गतिरोध के चलते लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों के 141 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है, लगातार सदन की कार्यवाही को बाधित करने के कारण लोकसभा स्पीकर और राज्यसभा के सभापति ने विपक्षी सांसदों को निलंबित किया है।
टीएमसी सांसद बनर्जी ने उड़ाया उप राष्ट्रपति का मजाक
कल भी जब सांसदों को निलंबित किया तो सदन के बाहर आकर उन्होंने प्रदर्शन किया और नारेबाजी की, कांग्रेस सहित सभी निलंबित विपक्षी संसद मकर गेट के बाहर इकठ्ठा हो गए और विरोध करने लगे, इसी दौरान टीएमसी के निलंबित सांसद कल्याण बनर्जी ने उप राष्ट्रपति राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री करते हुए उनका मजाक उड़ाना शुरू कर दिया जिसपर सभी विपक्षी सांसदों ने जोर का ठहाका लगाया , कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी उप राष्ट्रपति के अपमान में न सिर्फ सांसदों का साथ दिया बल्कि मिमिक्री की वीडियो भी बनाई।
इस घटनाक्रम के बाद उप राष्ट्रपति ने इसे अशोभनीय, बेहूदा और अस्वीकार्य कहते हुए सांसदों को संसद की मर्यादा रखने की नसीहत दी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से फोन पर बात की, धनखड़ ने सोशल मीडिया X पर इसकी डिटेल साझा की, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी लिखा – मुझे निराशा हुई।
पीएम मोदी ने उप राष्ट्रपति से की फोन पर बात
उप राष्ट्रपति पीएम मोदी से हुई बात के बारे में लिखा – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन आया और उन्होंने कल संसद के पवित्र परिसर में कुछ सांसदों द्वारा प्रदर्शित की गयी अपमानजनक नाटकीयता पर अत्यंत दुख व्यक्त किया। उन्होंने मुझे बताया कि वह पिछले बीस वर्षों से इस तरह के अपमान सहते आ रहे हैं, लेकिन देश के उप राष्ट्रपति जैसे संवैधानिक पद के साथ, और वह भी संसद में, ऐसा होना दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने प्रधान मंत्री से कहा कुछ लोगों की बेतुकी हरकतें मुझे मेरा कर्तव्य निभाने और हमारे संविधान में निहित सिद्धांतों का सम्मान करने से नहीं रोक सकती हैं। मैं संवैधानिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध हूं और इस प्रकार के अपमान मुझे अपने मार्ग से विचलित नहीं कर सकते।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा- मुझे निराशा हुई
उधर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया X पर लिखा – जिस तरह से हमारे सम्मानित उप राष्ट्रपति को संसद परिसर में अपमानित किया गया, उसे देखकर मुझे निराशा हुई। निर्वाचित प्रतिनिधियों को अपनी अभिव्यक्ति के लिए स्वतंत्र होना चाहिए, लेकिन उनकी अभिव्यक्ति गरिमा और शिष्टाचार के मानदंडों के भीतर होनी चाहिए। यह संसदीय परंपरा रही है जिस पर हमें गर्व है और भारत के लोग उनसे इसे कायम रखने की उम्मीद करते हैं। जवाब में उप राष्ट्रपति धनखड़ ने राष्ट्रपति को धन्यवाद देते हुए लिखा- मैं अपनी आखिरी सांस तक संवैधानिक सिद्धांतों को कायम रखने के लिए प्रतिबद्ध हूं, कोई भी अपमान मुझे ऐसा करने से नहीं रोक सकता।
कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह बोले- सांसद माफ़ी मांगें
वहीं सांसदों के इस व्यवहार पर मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह के भाई पूर्व सांसद एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लक्ष्मण सिंह ने आपत्ति जताई है उन्होंने सोशल मीडिया X पर लिखा – सांसदों द्वारा उप राष्ट्रपति का उपहास करना निंदनीय है।फिर भी “क्षमा बडन को चाहिए छोटन को उत्पात”बुंदेली कहावत है। सांसद माफी मांगे, उन्हें क्षमा करें, संसद चले, विपक्ष भी सकारात्मक भूमिका निभाए।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का फोन आया और उन्होंने कल संसद के पवित्र परिसर में कुछ माननीय सांसदों द्वारा प्रदर्शित की गयी अपमानजनक नाटकीयता पर अत्यंत दुख व्यक्त किया। उन्होंने मुझे बताया कि वह पिछले बीस वर्षों से इस तरह के अपमान सहते आ रहे हैं, लेकिन देश के उपराष्ट्रपति…
— Vice-President of India (@VPIndia) December 20, 2023
सांसदों द्वारा उप राष्ट्रपति का उपहास करना निंदनीय है।फिर भी "क्षमा बडन को चाहिए छोटन को उत्पात"बुंदेली कहावत है।सांसद माफी मांगे,उन्हें क्षमा करें, संसद चले,विपक्ष भी सकारात्मक भूमिका निभाए। @INCIndia @INCMP
— lakshman singh (@laxmanragho) December 20, 2023