monkey fever: कर्नाटक में पिछले कुछ दिनों से यह बीमारी अपने पैर एक बार फिर पसार रही है। जिसके कारण मंकी फीवर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। जानकारी के मुताबिक 1 जनवरी 2024 से अब तक कर्नाटक में मंकी फीवर के कारण 2 लोगों की मौत हो गई है। वहीं दूसरी और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के द्वारा 2567 टेस्ट किए गए, जिसमें से 68 लोग इस बीमारी से पीड़ित पाए गए हैं।
क्या है मंकी फीवर?
कर्नाटक में फ़ैल रही इस बीमारी के बारे में जानना बेहद जरूरी है। दरअसल मंकी फीवर एक वायरल बीमारी ही है जो मुख्यत: वन्यजीवों और बंदरों में पाई जाती है। लेकिन यह बीमारी शिकारी वन्यजीवों से सीधे मनुष्यों तक पहुंच सकती है और असुरक्षित वातावरण में बढ़ती है। मनुष्यों को यह बीमारी अधिक नुकसान पहुँचाती है।
मंकी फीवर कितना खतरनाक हो सकता है?
आपको बता दें मंकी फीवर एक बहुत गंभीर बीमारी है, जो मनुष्यों में बहुत हानिकारक स्थिति पैदा कर सकती है। इसके कारण होने वाले लक्षणों में बुखार, मांसपेशियों में दर्द और तंतु की कमजोरी शामिल है। जिसके चलते यह आपको हॉस्पिटल तक जाने पर मजबूर कर सकती है। इसके साथ ही समय रहते इसका इलाज नहीं किया गया तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते है।
मंकी फीवर के क्या लक्षण हैं?
मंकी फीवर के लक्षणों में आमतौर पर बुखार, सिरदर्द, थकान, बीमारी का आभास, और मांसपेशियों में तेज दर्द होना शामिल हैं। यह बीमारी अगर गंभीर होती है तो इससे मांसपेशियों की कमजोरी और अन्य ज्यादा गंभीर लक्षण भी हो सकते हैं। इसीलिए इसपर समय रहते ध्यान देना जरूरी है।