Wheat Price Hike : हाल ही में गेहूं की कीमतों में उछाल और बफर स्टॉक में कमी की खबरों को लेकर बाजार में चिंता का माहौल बन गया था। वहीं अब इन खबरों का जवाब देते हुए सरकार ने स्पष्ट किया है कि देश में पर्याप्त गेहूं का बफर स्टॉक है और कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। हालांकि एक तरफ सरकार यह स्पष्ट कर रही है कि देश में गेहूं का पर्याप्त स्टॉक है तो वहीं दूसरी और देश गेहूं के बढ़ते दामों को लेकर चर्चा हो रही है।
गेहूं के बफर स्टॉक में कमी की खबरों को सरकार ने बताया गलत:
दरअसल हाल ही में गेहूं के बफर स्टॉक में कमी की खबरें आई थीं, जिन्हें सरकार ने खारिज कर दिया है। उपभोक्ता मामलों और खाद्य आपूर्ति मंत्रालय ने कहा है कि गेहूं और आटे की बढ़ती कीमतों पर सरकार ने तुरंत ध्यान दिया है। बाजार में गेहूं की कीमतों पर सरकार कड़ी नजर रख रही है और स्थिति को स्थिर रखने के लिए लगातार हस्तक्षेप कर रही है। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि गेहूं के आयात पर शुल्क संरचना में किसी प्रकार का परिवर्तन करने की कोई योजना नहीं है।
बढ़ती कीमतों पर सरकार की नजर:
उपभोक्ता मामलों और खाद्य आपूर्ति मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि उसके अधीन विभाग, बाजार में गेहूं की कीमतों पर लगातार निगरानी रख रहे हैं। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि गेहूं की जमाखोरी को रोकने के लिए और कीमतों को स्थिर रखने की दिशा में ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
सरकार का आश्वासन – पर्याप्त गेहूं का स्टॉक
दरअसल मंत्रालय ने बताया कि 2024 के रबी मार्केटिंग सीजन में 112 मिलियन टन गेहूं का उत्पादन हुआ है। भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने 11 जून 2024 तक इस सीजन में 266 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की है। जानकारी के अनुसार पीडीएस और अन्य कल्याणकारी योजनाओं के तहत 184 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आवश्यकता पूरी करने के बाद भी पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध रहेगा, जिससे बाजार में जरूरत पड़ने पर हस्तक्षेप किया जा सकेगा।
एक साल में 6% बढ़ी गेहूं की कीमत:
वहीं सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 13 जून 2024 को रिटेल मार्केट में गेहूं की कीमत 30.85 रुपये प्रति किलो थी, जो 13 जून 2023 को 29.1 रुपये प्रति किलो थी। यानी, एक साल में गेहूं की कीमत में 6.01% की वृद्धि हुई है। आटे की कीमतें भी बढ़ी हैं। 13 जून 2024 को आटा 35.98 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, जबकि एक साल पहले यह 34.38 रुपये प्रति किलो था। इस तरह, एक साल में आटे की कीमत में 4.65% की बढ़ोतरी हुई है।