आपको बता दें की सत्येन्द्र जैन की गिरफ्तारी की बड़ी वजह यह भी सामने आई है कि वो ED को जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। क्योंकि इससे पहले अप्रैल महीने में प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जैन के परिवार और कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की थी। जिसके बाद दिल्ली भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने आप(आम आमदी पार्टी) सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ जंतर मंतर पर धरना दिया और जैन को बर्खास्त करने की मांग की।
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गौरतलब हैं कि स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन इस मामले से जुड़ी जानकारियां जांच एजेंसी से छुपा रहे थे। अब ED सत्येन्द्र को कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड मांगेगी, ताकि हवाला के इस मामले का पता लगाया जा सके। इस मामले को चलते करीब आठ साल हो गए हैं।
आम आदमी पार्टी के नेता और उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इसे बदले की कार्रवाई बताया है। उनका कहना है की आठ साल से झूठा केस चलाया जा रहा था। जैन हिमाचल प्रदेश में हमारे चुनाव प्रभारी हैं, इसीलिए उन्हें गिफ्तार किया गया है।