नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। मंगलवार को world bank ने भारतीय अर्थव्यवस्था (indian economy) को लेकर बड़ी भविष्यवाणी (prediction) की। world bank ने पहले कहा था कि 2021-22 में भारत का जीडीपी ग्रोथ रेट (gdp growth rate) 10.1% होगा। लेकिन अब वर्ल्ड बैंक ने अपनी भविष्यवाणी में भारत की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ रेट घटाकर 8.3% कर दिया है। ये भारत के लिए अच्छी खबर नहीं है। वर्ल्ड बैंक ने कहा कि कोरोना महामारी (corona pandemic) की दूसरी लहर ने भारतीय अर्थव्यवस्था को बहुत तगड़ी चोट पहुंचाई है।
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वॉशिंगटन में स्थित वैश्विक ऋणदाता, वर्ल्ड बैंक ने अपने नवीनतम ‘ग्लोबल इकोनॉमिक प्रोस्पेक्टस’ में कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर ने भारत की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ कर रख दी है। भारतीय अर्थव्यवस्था को उम्मीद से ज़्यादा नुकसान हुआ है। और बचे हुए वित्तीय वर्ष 2021-22 में भी भारत को दोबारा अपनी गतिविधियां चालू करने में समय लगेगा।
वर्ल्ड बैंक ने कहा, ‘ भारत की रिकवरी इस महामारी की वजह से बहुत ज़्यादा प्रभावित हुई है।”
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पिछले वित्तीय वर्ष यानी कि 2020-21 में जो 31 मार्च 2021 को खत्म हुआ था, उसमें अर्थव्यवस्था का आज तक का सबसे खराब संकुचन, 7.3% देखा गया। इस वर्ष अप्रैल में वर्ल्ड बैंक ने कहा था कि भारत की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ रेट 2021-22 वित्तीय वर्ष में 10.1% होगा। लेकिन अब वर्ल्ड बैंक ने इस ग्रोथ रेट की भविष्यवाणी को घटा कर 8.3% बताया है। वहीं वर्ल्ड बैंक ने ये भी कहा है कि 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था का ग्रोथ रेट 6.5% होगा।