भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। World No Tobacco Day विश्व के आठ शासकीय स्वास्थ्य अभियानों (official health campaigns) में से एक है। WHO द्वारा इस अभियान को 31 मई को मनाने की पहल शुरू की गयी। इस दिन को मनाने का उद्देश्य है विश्व भर में सब तरह से तंबाकू (tobacco) के सेवन से पूरी तरह से परहेज करने की भावना जगाना। इसके लिए लोगों को उत्साहित करना। इसके साथ ही इस दिन को मनाने का उद्देश्य विस्तार से चल रहे तंबाकू उत्पादन और व्यापार की ओर ध्यान आकर्षित करना और स्वास्थ्य पर इसके बुरे प्रभाव का असर बताना भी है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (madhya pradesh cm shivraj singh chauhan) ने भी वर्ल्ड नो तंबाकू डे पर ट्वीट किया है।
यह भी पढ़ें.. Gold Silver Rate : तेजी के साथ शुरू हुआ कारोबार, जानें आज के रेट
मैंने कहीं पढ़ा था कि भारत में प्रति वर्ष 10 लाख लोग सिगरेट, तम्बाकू छोड़ देते हैं… क्योंकि ऐसा करने के लिए वे जिन्दा ही नहीं बचते हैं!
''आज से तंबाकू का सेवन नहीं करेंगे'', #WorldNoTobaccoDay पर आपकी यह प्रतिज्ञा मेरे और आपके परिवार के लिए सबसे बड़ा उपहार होगी।
— Shivraj Singh Chouhan (मोदी का परिवार ) (@ChouhanShivraj) May 31, 2021
World No Tobacco Day पर शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा, ” मैंने कहीं पढा था की भारत में प्रति वर्ष 10 लाख लोग सिगरेट, तंबाकू छोड़ देते हैं…क्योंकि ऐसा करने के लिए वे ज़िंदा ही नहीं बचते।”
इसके बाद सीएम शिवराज ने डबल कोट में एक लाइन लिखी, ” आज से तम्बाकू का सेवन नहीं करेंगे” और आगे सीएम ने लिखा, ” #worldnotobaccoday पर आपकी यह प्रतिज्ञा आपके और मेरे परिवार के लिए सबसे बड़ा उपहार होगी।”
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने 31 मई को वर्ल्ड नो तम्बाकू डे के रूप में मनाने की परंपरा शुरू की थी। इसे हर वर्ष विश्व भर में आज के दिन मनाया जाता है। तम्बाकू से होने वाले शारीरिक नुकसान और कैसे हम इस हानिकारक पदार्थ से निजात पा पाएं ये ही इस दिन को मनाने का उद्देश्य है।
यह भी पढ़ें… अधिकारी कर्मचारियों के लिए मुसीबत ना बन जाए Unlock!
हर वर्ष विश्व भर में लगभग 6 मिलियन लोग तम्बाकू से होने वाली बीमारियों को चलते मौत को गले लगा लेते हैं। और ऐसा माना जा रहा है कि 2030 तक ये आंकड़ा 6 मिलियन से बढ़कर 8 मिलियन पहुंच जाएगा। इसी के साथ रिपोर्ट्स बताती हैं कि एक सिगरेट पीने वाला व्यक्ति साल भर में औसतन 2 से 3 लाख रुपए सिगरेट पीने पे खर्च कर देता है। जबकी इतनी बड़ी धनराशि का उपयोग शरीर की दुर्गति करने की बजाय किसी बेहतर काम के लिए किया जा सकता है।