World Worst Stampede : सिर्फ हाथरस ही नहीं दुनिया में हुई ऐसी कई घटनाए हैं जब भगदड़ में गई सैकड़ों लोगों की जान, जानें कब और कहां, पढ़ें यह खबर

World Worst Stampede : हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ ने हमें दुनिया की कुछ और भयावह भगदड़ की घटनाओं की याद दिला दी, जहां सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। आज इस खबर में हम आपको ऐसी ही घटनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसमें कई लोगों ने अपनी जान गवा दी।

Rishabh Namdev
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World Worst Stampede : उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई, जिससे इस घटना की भयानकता का पता चलता है। दरअसल इस दर्दनाक हादसे के बाद लोग अपने प्रियजनों की खोज में अस्पतालों के बाहर खड़े दिखाई दिए, जबकि कुछ लोग इस हादसे के मृतकों की गिनती कर रहे हैं।

वहीं मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है और कई मृतकों की पहचान अब तक नहीं हो पाई है। लेकिन इस हादसे ने हमें दुनिया की कुछ और भयावह भगदड़ की घटनाओं की याद दिला दी, जहां सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। आज इस खबर में हम आपको ऐसी ही घटनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसमें कई लोगों ने अपनी जान गवा दी।

यह है दुनिया की भयावह भगदड़ की घटनाएं:

1. सियोल, दक्षिण कोरिया (2022)

आपको बता दें कि दक्षिण कोरिया के सियोल में 30 अक्टूबर 2022 को हैलोवीन उत्सव के दौरान भगदड़ मच गई थी, जिसमें कम से कम 151 लोग मारे गए थे। यह घटना तब घटी जब हजारों लोग एक तंग गली में एकत्र हो गए थे। दरअसल भगदड़ इतनी तेजी और अचानक मची कि लोगों को संभलने का मौका ही नहीं मिला। कई लोग कुचलकर मारे गए और कई घायल हो गए। हालांकि ऐसी घटनाएं इस बात की याद दिलाती है कि भीड़ प्रबंधन में थोड़ी सी लापरवाही भी कितनी बड़ी त्रासदी का कारण बन सकती है।

2. शेफील्ड, ब्रिटेन (1989)

वहीं अप्रैल 1989 में शेफील्ड के हिल्सबोरो स्टेडियम में लिवरपूल और नॉटिंघम फॉरेस्ट के बीच इंग्लिश एफए कप सेमीफाइनल मैच के दौरान भगदड़ मच गई थी। दरअसल प्रशंसकों द्वारा अवरोधकों को तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश के कारण हुए इस हादसे में 96 लोग मारे गए थे और कम से कम 200 लोग घायल हो गए थे।

3 . मक्का, सऊदी अरब (1990):

दरअसल जुलाई 1990 में मक्का के पास अल-मुआइसिम सुरंग में हज यात्रा के दौरान भगदड़ मच गई थी, जिसमें 1,426 तीर्थयात्रियों की कुचलकर मौत हो गई थी। आपको बता दें कि इस घटना को इस्लामिक इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक माना जाता है। जानकारी के अनुसार सुरंग में अचानक भीड़ बढ़ने के कारण यह हादसा हुआ था, जिससे हजारों लोगों की जान चली गई थी। हालांकि इस घटना के बाद हज यात्रा के दौरान सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए।

4 . अकरा, घाना (2001):

जानकारी दे दें कि मई 2001 में घाना के अकरा के मुख्य फुटबॉल स्टेडियम में पुलिस द्वारा दंगाई प्रशंसकों पर आंसू गैस छोड़े जाने के बाद मची भगदड़ में कम से कम 126 लोगों की मौत हो गई थी। इसे अफ्रीका की सबसे गंभीर फुटबॉल घटनाओं में से एक माना जाता है। स्टेडियम में अत्यधिक भीड़ और पुलिस की कार्रवाई के कारण लोग घबरा गए और भगदड़ मच गई।

दरअसल इन घटनाओं ने यह साफ कर दिया है कि भीड़ प्रबंधन में जरा सी चूक कितनी बड़ी त्रासदी का कारण बन सकती है। लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बेहतर योजना और तैयारी की आवश्यकता कितनी होती है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।


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Rishabh Namdev

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मैंने श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर से जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। मैं पत्रकारिता में आने वाले समय में अच्छे प्रदर्शन और कार्य अनुभव की आशा कर रहा हूं। मैंने अपने जीवन में काम करते हुए देश के निचले स्तर को गहराई से जाना है। जिसके चलते मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार बनने की इच्छा रखता हूं।

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