नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। आगर आपका अकाउंट(Account) प्राइवेट क्षेत्र (Private sector) के यस बैंक(Yes Bank) में है, तो सावधान हो जाइए। क्योंकि यस बैंक(Yes Bank) ने अपनी 50 शाखाओं (Yes Bank to shut 50 branches)) को बंद करने का निर्णय(decision) लिया है। इस फैसले के बाद यस बैंक (Yes Bank) के एटीएम(ATM) की संख्या भी घटने की संभावना जताई जा रही है।
दरअसल, यस बैंक (Yes Bank) ने परिचालन लागत(Operating cost) में कमी को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है और नए प्रबंधन(new Administration) के तहत, बैंक वित्तीय वर्ष 2020-21 (bank financial year 2020-21) में परिचालन खर्च (Operating expenses) में 20 प्रतिशत की कटौती करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। यस बैंक के नए सीईओ और प्रबंध निदेशक प्रशांत कुमार (New CEO and Managing Director Prashant Kumar) बताते है कि, यह फैसला बैंक पट्टे पर ली गई(Bank leased) गैर-पट्टे वाली साइटों (Non leased sites) को वापस कर रहा है और साथ ही आवास किराए के किराए के बारे में बात कर रहा है। ।
उन्होंने कहा कि बड़े बकायेदार कोर्ट का दरवाजा खटखटा रहे हैं, जिसके कारण बैंक को कर्ज वसूली में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यह ध्यान दिया जा सकता है कि यस बैंक के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी राणा कपूर के कार्यकाल के दौरान, बैंक के कामकाज में कई अनियमितताएं थीं, जिसके बाद एसबीआई के नेतृत्व वाले बैंकों ने मिलकर यस बैंक को बचाया है। मार्च में बैंक गठबंधनों द्वारा पूंजी का उल्लंघन करके यस बैंक को बचाने के बाद प्रशांत कुमार को बैंक के नए प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था।
बताया जा रहा है कि सितंबर तिमाही (September quarter) में बैंक के परिचालन लाभ (Operating profit of the bank) में लगभग 21 प्रतिशत की कमी (21 percent decrease) आई थी। प्रशांत कुमार का कहना है कि बैंक का लागत पर कोई नियंत्रण नहीं है। ऐसी स्थिति में, 2019-2020 की तुलना में परिचालन खर्च को 20 प्रतिशत तक कम करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि बैंक ने सेंट्रल मुंबई के इंडियाबुल्स फाइनेंस सेक्टर में स्थित बैंक की दो मंजिलों को पहले ही बंद कर दिया है। इसके अलावा, बैंक सभी 1,100 शाखाओं के किराए के बारे में नए सिरे से बातचीत कर रहा है। इस तरह, परिचालन में 20 प्रतिशत की कमी का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए, बैंक अपनी 50 शाखाओं को बंद कर रहा है और इससे एटीएम की संख्या भी कम हो सकती है।