Uttarakhand Travel: उत्तराखंड भारत का बहुत ही खूबसूरत इलाका है। जहां के प्राकृतिक नजारे लोगों का दिल जीत लेते हैं। यहां पर एक नहीं बल्कि कई ऐसे स्थान मौजूद है जिनकी प्राकृतिक सुंदरता देखने है। बड़ी संख्या में पर्यटक यहां की हसीन वादियों में घूमने फिरने के लिए पहुंचते हैं। आज मैं आपको उत्तराखंड के एक ऐसे इलाके के बारे में बताते हैं जो किसी जन्नत से कम नहीं है।
उत्तराखंड एक ठंडा इलाका है और यहां पर बर्फ से ढके हुए पहाड़, खूबसूरत झील, मनमोहन घटिया हरे भरे जंगल देखने को मिलते हैं। आज हम आपके यहां के एक ऐसे इलाके के बारे में बताते हैं जो जन्नत की तरह खूबसूरत है और यहां 12 महीने पर्यटकों की वीडियो देखने को मिलती है।
कमद सहस्रताल
यह उत्तराखंड की एक ऐसी जगह है जिसे लेक ऑफ़ गोड्स या फिर 7 सालों के समूह के नाम से पहचाना जाता है। यह खतलिंग ग्लेशियर के पश्चिमी छोर पर 4572 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद है। यहां के नजारे बहुत ही मनमोहक है और कहीं छोटी-छोटी झील भी यहां देखी जा सकती है।
यहां पर है सात ताल
यहां पर दूधी ताल, लूंब ताल, लिंगताल, दर्शनताल, नरसिंग ताल, कोकालीताल और परिताल के नाम से सात ताल मौजूद है जो बहुत ही खूबसूरत है। उनके किनारे ब्रह्म कमल खिलते हैं जो इनकी सुंदरता में चार चांद लगाने का काम करते हैं।
रोमांच का लें आनंद
यहां मौजूद तालों की सुंदरता देखने लायक है और यह आपको प्रकृति के करीब जाने का मौका देगी। अगर आप शांति भरा समय बिताना चाहते हैं तो आपके यहां जरूर जाना चाहिए। लेकिन आने वाले पर्यटकों को इस बात का ध्यान रखना होगा कि यहां आकर उन्हें इस जगह की सुंदरता को खराब नहीं करना है। बहुत से लोग यहां पर ट्रैकिंग के लिए पहुंचते हैं।
जुड़ी है मान्यताएं
यह जगह सिर्फ प्राकृतिक सुंदरता के लिए मान्यताओं की वजह से भी पहचानी जाती है। ऐसा कहा जाता है कि पांडवों ने अपनी स्वर्ग यात्रा यहीं से शुरू की थी। वहीं यहां लाल किनारे मिलने वाले छोटे-छोटे पत्थरों से लोग अपना घर बनाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि जो ऐसा करता है उसे स्वर्ग में स्थान प्राप्त होता है।