ग्वालियर, अतुल सक्सेना। प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के भाई के क्रेशर का बिजली कनेक्शन बिजली कंपनी ने काट दिया है। क्रेशर पर 95 लाख रुपये का बिल बकाया था। कंपनी ने इसके अलावा चार और क्रेशर के बिजली कनेक्शन काटे हैं। यहां बता दें कि ऊर्जा मंत्री ने दिन में ट्वीट कर बिजली कंपनी के अधिकारियों को निर्देश दिये थे कि उपभोक्ता के रूप में मेरे परिवार या शुभचिंतकों के साथ मप्र के सभी सम्माननीय उपभोक्ताओं के साथ समान व्यवहार किया जाए।
बिजली कंपनी के डबरा क्षेत्र के अंतर्गत बिलौआ में संचालित पांच क्रेशरों के बिजली कनेक्शन बिजली कंपनी ने काट दिये हैं। एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कंपनी ने इसकी सूचना दी है। बिजली कंपनी ने बिलौआ के जिन क्रेशर के कनेक्शन काटे हैं उनमें ऋतुराज स्टोन क्रेशर, हेपनिंग इन्फाटेक, शान स्टोन क्रेशर, मंशा ग्रेनाइट और श्रीजी एसोसिएट्स के बिजली कनेक्शन काट दिये हैं। कंपनी का कहना है कि इन सभी क्रेशरों पर बिजली का बहुत बिल बकाया था जिसका भुगतान नहीं किया जा रहा था। इन्हें नोटिस भी दिया गए लेकिन बिल का भुगतान नहीं होने से कनेक्शन काट दिये हैं।
गौरतलब है कि ये कार्रवाई ऊर्जा मंत्री के उस ट्वीट के बाद हुई है जो उन्होंने आज ही दिन में किया था और वो कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा के ट्वीट के जवाब में किया था ।
दरअसल कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता एवं ग्वालियर चंबल संभाग मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने आज गुरुवार को दिन में ट्वीट कर भाजपा पर निशाना साधा था। उन्होंने लिखा “श्रीअंत” प्रदेश में 2000 रुपये के बिजली बिल का भुगतान ना होने पर उपभोक्ताओं की बिजली काटी जा रही है, आपके अनुचर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के भाई के क्रेशर पर 95 लाख बाकी , आप व आपके कार्यकर्ता शिवराज जी कुछ Action लेंगे? इस ट्वीट के साथ केके मिश्रा ने एक अखबार की खबर की कटिंग पोस्ट की ।
केके मिश्रा के ट्वीट के बाद ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने करारा जवाब दिया है। उन्होंने ट्वीट किया कि ” मध्यप्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार समान व सद्भाव वाली जन सरकार है। मैं बिजली कंपनियों को निर्देशित करता हूँ कि वो उपभोक्ता के रूप में मेरे परिवार व शुभ चिंतकों और मप्र के सभी सम्माननीय विद्युत उपभोक्ताओं के साथ समान सम्मानपूर्वक व्यवहार करें। एक मंत्री के ट्वीट के बाद उनके ही भाई के क्रेशर का बिजली का बिल काटा जाना शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग कह रहे हैं कि यदि सभी विभाग के मंत्री इस तरह के काम करने लगें तो राजनीति में शुचिता और ईमानदारी वापस लौटने में देर नहीं लगेगी।