टीकमगढ़। आमिर खान।
लोकसभा चुनाव में टिकट को लेकर बीजेपी में घमासान चरम पर है| जल्द ही पार्टी सूची जारी करने वाली है| इससे पहले टीकमगढ़ में केंद्रीय मंत्री वीरेन्द्र खटीक का टिकट कटवाने के लिए भाजपा नेता एकजुट हो गए हैं| बीते दिनों पूर्व मंत्री ललिता यादव, विधायक हरिशंकर खटीक, पूर्व विधायक पुष्पेन्द्र पाठक, पूर्व विधायक आरडी प्रजापति समेत अन्य नेताओं ने खटीक के खिलाफ रणनीति बनाई और बाहरी का विरोध करते हुए स्थानीय व्यक्ति को टिकट देने की मांग की थी| अब एक बार फिर खटीक के विरोध में भाजपा नेता एकजुट हो गए हैं और इस संबंध में भाजपा नेताओं ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को एक पत्र लिखकर टीकमगढ़ सांसद डॉ विरेंद्र सिंह खटीक के खिलाफ विरोध जताया है और उनको टिकट नहीं दिए जाने की मां की है। इसके पीछे उनके बाहरी होने और अपने संसदीय क्षेत्र में निष्क्रयता को कारण बताया गया है। पिछले 15 दिन में यह दूसरा मौका है जब पार्टी के कई नेताओं और पूर्व जनप्रतिनिधियों ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और संगठन मंत्री रामलाल को सामूहिक पत्र सौपकर अपना विरोध जताया है।
जानकारी के अनुसार, पूर्व गृह मंत्री रामदयाल अहिरवार, पूर्व विधायक खरगापुर पर्वत लाल अहिरवार, पूर्व विधायक चंदला आरडी प्रजापति और कृषि उपज मंडी अध्यक्ष छतरपुर बृजेश सिंह राय ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को एक पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने खटीक को इस बार प्रत्याशी नहीं बनाए जाने की मांग की है। शाह को भेजे गए पत्र में लिखा है कि, विरेंद्र खटीक चार बार से लगातार सांसद हैं। 2008 में सागर परिसीमन के बाद से टीकमगढ़ लोकसभा से वह दो बार सांसद चुने गए हैं। लेकिन उन्होंने अबतक स्थानीय जनता के लिए कोई खास काम नहीं करवाए हैं। जिससे उनके प्रति लोगों में आक्रोश की स्थिति है। ऐसे में अगर पार्टी उनको टिकट देती है तो उनकी हार सुनिश्चित है। इसिलए किसी अन्य चेहरे को उम्मीदवार बनाया जाए। जिससे पार्टी को जीत मिल सके। पत्र में लिखा है कि इस बार बसपा टीकमगढ़ से अपना उम्मीदवार नहीं उतार रही है। इसलिए दलित वोट कांग्रेस को मिल सकता है। जिससे पार्टी को बड़ा नुकसान होने की संभावना है।
बता दें कि टीकमगढ़ लोकसभा में छतरपुर जिले की तीन विधानसभा सीट आती हैं। टीकमगढ़ से उप्र निवासी भारती आर्य एवं पूर्व विधायक आरडी प्रजापति भी दावेदारी कर रहे हैं। प्रजापति भोपाल पहुंचकर भी संगठन के सामने अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं और वीरेंद्र खटीक के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं| टिकट वितरण से ठीक पहले बनी विरोध की स्तिथि से क्षेत्र की राजनीति गरमा गई है वहीं पार्टी को अभी से भितरघात का डर सता रहा है| डॉ. बीरेन्द्र कुमार का विरोध थमने का नाम नही ले रहा है। अभी एक सप्ताह पहले ही भाजपा के कई दिग्गज नेताओं ने टीकमगढ आये भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने भी अपना विरोध जताया था। तब पूर्व मंत्री ललिता यादव, पूर्व विधायक गुड्डन पाठक,पूर्व विधायक केके श्रीवास्तव, बुन्देलखण्ड विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष बेबी राजा, आरडी प्रजापति ने एक फार्म हाउस में हाथ उठाकर यह संकल्प लिया था कि यदि पार्टी ने खटीक को फिर से लोकसभा की टिकिट दी तो वे सभी पार्टी का काम नही करेंगे।