मंत्री गोपाल भार्गव का दावा, कहा- आने वाले तीन सालों में मध्यप्रदेश बनेगा देश का सबसे विकसित राज्य

mp news gopal

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव (Gopal bhargava) ने दावा करते हुए कहा है कि आगामी 3 साल में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) देश का सबसे विकसित  राज्य (Most developed state) बनेगा। गोपाल भार्गव ने आगे कहा कि आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश (Aatm Nirbhar Madhya Pradesh) को लेकर सरकार (Government) ने जो स्कीम अपनाई है, उसी पर चलते हुए हैं यह मुकाम सफलतापूर्वक हासिल किया जा सकेगा। मध्य प्रदेश को सबसे विकसित राज्य बनाने के लिए बेहतर अधोसंरचना (Infrastructure) के साथ ही औद्योगिक संस्थाओं (Industrial institutions) की भी अहम भूमिका रहेगी। प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) में मध्य प्रदेश इंफ्रास्ट्रक्चर कॉन्क्लेव (Madhya Pradesh Infrastructure Conclave) जोकि कांफ्रेडेरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज (Confederation of Indian Industries)  द्वारा मिंटो हॉल में आयोजित किया गया था उसके शुभारंभ के अवसर पर मंत्री गोपाल भार्गव (Gopal Bhargava) ने यह बात कही।

गोपाल भार्गव ने आगे कहा कि प्रदेश ने साल 2003 के बाद से ही अधोसंरचना के साथ ही कृषि, उद्योग, और सच्चाई विकास के क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किए है। लेकिन विकास एक लगातार प्रक्रिया है। संसाधनों को बेहतर बनाने के लिए नई तकनीकों का उपयोग लगातार करते रहना चाहिए है। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने जब आत्मनिर्भर भारत का विजन देश को दिया था उसी लक्ष्य को पाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोड मैप तैयार किया गया था, जिस पर तेजी से काम शुरू हो चुका है।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।