Gold-Silver Price : शादी-ब्याह में बढ़ेगी सोने-चांदी की चमक, जानें क्या रही कीमत

Gaurav Sharma
Published on -
Gold Silver Rate

भोपाल,डेस्क रिपोर्ट।  त्योहारों के सीजन में सोने और चांदी के दामों में भारी बढ़ोतरी देखी गई थी। जहां दीपावली और धनतेरस में सोने का दाम (Gold price) 50 हजार से ऊपर से चल रहा था। वहीं अब शादी-ब्याह का दौर शुरू होने वाला है, जिसमें सोने-चांदी की डिमांड (Gold and silver demand) भी बढ़ जाती है। जिसके बाद अब सोने की चमक और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। वहीं आज दिल्ली में सोने की कीमतों में 65 रुपए और चांदी के दाम (Today Silver price) में 298 रुपए का इजाफा दर्ज किया गया है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में आए उछाल का घरेलू बाजार पर भी असर देखने को मिल रहा है। बता दें कि 65 रुपए बढ़ोतरी के साथ सोने का दाम (10 Gram Gold Price) 49,551 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया है। वहीं चांदी 298 रुपए मजबूत होने के बाद 61,232 रुपए प्रति किलोग्राम हो गया है।

पिछले दिनों अगर सोने-चांदी के भाव की बात की जाए तो, सोने का दाम 49,486 रुपए प्रति दस ग्राम था, जबकि चांदी 60,934 रुपए प्रति किलोग्राम रहा है। काफी समय बाद सोने की कीमत 50 हजार रुपए से कम हुई है। त्योहारी सीजन में बढ़े सोने और चांदी के दामों के बाद भी लोगों ने जमकर खरीददारी की है।

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने-चांदी की कीमत

वहीं मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोने का दाम 51925 रुपए प्रति 10 ग्राम और चांदी 62250 रुपए प्रति किलोग्राम रही। HDFC सिक्योरिटीज के विश्लेषक  ने बताया कि दिल्ली के हाजिर बाजार में 24 कैरेट के सोने के दाम में 65 रुपए की तेजी आई है। जिसके कारण इसका असर घरेलू बाजार पर भी हुआ है। वहीं अगर डॉलर में सोने और चांदी के दामों की बात की जाए, तो सोने की कीमत 1,868 और चांदी की कीमत 24.15 डॉलर प्रति औंस है। जबकि न्यूयार्क में सोने की कीमत 1,865.66 डॉलर प्रति औंस रहा।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News